सजायाफ्ता अपराधी लालू यादव, छाता तान कर चलते DSP… बालू माफिया का दामाद है पुलिस अधिकारी, BJP ने याद किया – कभी RJD सुप्रीमो का थूकदान भी उठाते थे अधिकारी

लालू यादव का छाता पकड़े DSP का बालू माफिया से भी कनेक्शन

बिहार में जिस लालू यादव और उनके परिवार को उनकी पार्टी राजद और उसके समर्थक ‘सामाजिक न्याय का मसीहा’ बताते हैं, उनके कारनामे ऐसे हैं कि जिससे गरीबों का भला होना तो दूर नुकसान ही हुआ है। चाहे चारा घोटाला हो या फिर बिहार को अपराध के गर्त में धकेल देना, लालू यादव के कारनामे जग-जाहिर हैं। अब गोपालगंज में एक SDPO को लालू यादव का छाता पकड़ कर चलते हुए देखा गया, जो उन्हें बारिश से बचा रहा था। लालू यादव एक सजायाफ्ता अपराधी होने के बावजूद बिहार सरकार की खिदमत का लाभ उठा रहे।

बता दें कि RJD अध्यक्ष लालू यादव मंगलवार (22 अगस्त, 2023) को गोपालगंज पहुँचे थे, जो उनका गृह जिला है। सुबह थावे स्थित मंदिर में उन्होंने पूजा-अर्चना की। इस दौरान उनके साथ बिहार के जलवायु परिवर्तन, वन एवं पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव भी थे, जो उनके बड़े बेटे हैं। जमानत पर बाहर लालू यादव जब मंदिर पहुँचे उस समय बारिश तेज हो गई थी। इस दौरान DSP अनुराग कुमार उनका छाता उठाए हुए चलते दिखे। लालू यादव और राबड़ी देवी 7 साल बाद गोपालगंज पहुँचे हैं।

बिहार में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा है कि वो दिन दूर नहीं जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी इसी तरह लालू यादव के लिए छाता लेकर चलेंगे। सम्राट चौधरी ने कहा कि हम तो अपना छाता खुद उठा कर चलते हैं लेकिन बिहार में एक अपराधी के लिए एक डीएसपी छाता लेकर चल रहा है। उन्होंने इसे लोकतंत्र का मजाक करार दिया। उन्होंने कहा कि बिहार में लालू यादव ‘सुपर पॉवर’ हैं। उन्होंने पूछा कि अगर वो बीमारी हैं तो अस्पताल में क्यों नहीं हैं, इलाज क्यों नहीं करा रहे?

बता दें कि स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर ही लालू यादव को जमानत मिली है। अब अनुराग कुमार ने सफाई देते हुए कहा है कि तेज बारिश थी और उनके पास हथियार था, इसीलिए उन्होंने छाता रखा हुआ था। उन्होंने कहा कि वो मानवता के नाते लालू यादव के साथ छाता तान कर चल रहे थे। हथुआ के डीएसपी ने कहा कि उन्होंने गुडफेथ में ऐसा किया, उनकी मंशा ठीक थी और उन्होंने कोई गलत काम नहीं किया। डीएसपी अनुराग कुमार ने कहा कि उन्होंने कानून सम्मत काम किया है।

भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि राज्य में एक समय था जब लालू यादव का थूकदान भी अधिकारी उठाया करते थे। अनुराग कुमार हथुआ के डीएसपी हैं, जबकि मंदिर गोपालगंज सदर में, ऐसे में वो वहाँ क्यों थे? – ये सवाल भी पूछा गया है। अनुराग कुमार को गोपालगंज के बालू माफिया सुभाष यादव का दामाद भी बताया जा रहा है। सुभाष यादव को लालू का करीबी माना जाता है। सरकार में उनका रसूख है। कहा जाता है कि सरकार में अपने लोगों के लिए वो पैरवी भी कराते हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया