TMC के जिस MLA ने बीजेपी समर्थकों को धमकाया, उस पर चुनाव आयोग सख्त: 6 अप्रैल तक नहीं कर सकेंगे किसी भी तरह से प्रचार

नरेन्द्रनाथ चक्रवर्ती पर चुनाव आयोग ने लगाई रोक (फाइल फोटो)

पश्चिम बंगाल के पांडवेश्वर से तृणमूल कॉन्ग्रेस (TMC) के विधायक नरेंद्रनाथ चक्रवर्ती पर चुनाव आयोग ने कार्रवाई की है। आयोग ने वोटरों को धमकाने के लिए उन पर प्रतिबंध लगाया है। चक्रवर्ती को पश्चिम बंगाल में चल रहे उप चुनाव को लेकर कोई भी सार्वजनिक सभा, रैली, रोड शो या साक्षात्कार के लिए 30 मार्च से 6 मार्च 2022 तक प्रतिबंधित किया गया है।

चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को निर्देश दिया है कि मतदाताओं को डराने के लिए तृणमूल विधायक चक्रवर्ती के खिलाफ आरपी एक्ट की धारा 123(2) और आईपीसी की धारा 171-C एवं 171-F के तहत FIR दर्ज की जाए।

उल्लेखनीय है कि टीएमसी विधायक नरेन्द्रनाथ चक्रवर्ती का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वे बीजेपी समर्थकों को धमकी दे रहे थे। वीडियो में टीएमसी विधायक ने कहा था, “कट्टर भाजपा समर्थक, जिन्हें प्रभावित नहीं किया जा सकता – उन्हें धमकाया जाना चाहिए। उन्हें बता दीजिए कि अगर उन्होंने अपना वोट डाला, तो हम यही समझेंगे कि उन्होंने भाजपा को ही वोट दिया है।”

उन्होंने वीडियो में कहा था, “जब चुनाव ख़त्म हो जाएगा, उसके बाद भाजपा समर्थक अपने रिस्क पर राज्य में रहेंगे। हाँ, अगर उन्होंने वोट ही नहीं डाला तो हम समझेंगे कि उन्होंने हमारा समर्थन किया है। तभी वो पश्चिम बंगाल में शांतिपूर्वक रह पाएँगे। तब आप लोग अपने कारोबार और नौकरियाँ यहाँ रह के कर सकते हैं। स्पष्ट है?” शुभेंदु अधिकारी ने बताया कि कैसे नरेन्द्रनाथ चक्रवर्ती का विधानसभा क्षेत्र आसनसोल लोकसभा में ही आता है, जहाँ दो हफ़्तों में चुनाव होने हैं। भाजपा ने इस वीडियो को लेकर चुनाव आयोग से शिकायत की थी। राज्य भाजपा के सहप्रभारी अमित मालवीय ने कहा था कि चक्रवर्ती को सलाखों के पीछे होना चाहिए। ममता बनर्जी उन्हें संरक्षण दे रही हैं।

गौरतलब है कि बंगाल की आसनसोल लोकसभा सीट पर 12 अप्रैल को उपचुनाव होना है। इसके अलावा चार विधानसभा सीटों पर भी उपचुनाव हो रहे हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया