वनडे वर्ल्ड कप दिलाने वाले 2 क्रिकेटर राजनीति से दूर: गौतम गंभीर के लिए अब सिर्फ क्रिकेट ही करियर, युवराज सिंह बोले- गुरदासपुर से नहीं लड़ूँगा चुनाव

गौतम गंभीर और युवराज सिंह (तस्वीर साभार: India.com/युवराज सिंह का इंस्टाग्राम)

लोकसभा चुनाव 2024 से ठीक पहले पूर्व दिल्ली से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा/BJP) के सांसद गौतम गंभीर ने ऐलान किया है कि वो राजनीति को अलविदा कह रहे हैं और दोबारा अपना करियर क्रिकेट में देखेंगे। वहीं, युवराज सिंह ने जानकारी दी है कि वो गुरदासपुर से चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। वो लोगों की मदद अपने फाउंडेशन के जरिए ही करेंगे। कल तक युवराज को लेकर मीडिया में सूत्रों से बताया जा रहा था कि भाजपा उन्हें गुरदासपुर से चुनावी मैदान में उतार सकती है।

भारतीय क्रिकेट टीम के दोनों पूर्व खिलाड़ियों ने इस संबंध में ट्वीट किया है। गौतम गंभीर ने लिखा, “मैंने माननीय पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से अनुरोध किया है कि वो मुझे मेरे राजनीतिक कर्तव्यों से मुक्त करें ताकि मैं अपनी आगामी क्रिकेट प्रतिबद्धताओं पर ध्यान केंद्रित कर सकूँ। मैं माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अम‍ित शाह को हृदय से धन्यवाद देता हूँ। उन्होंने मुझे लोगों की सेवा करने का अवसर दिया। धन्यवाद…जय हिन्द।”

मालूम हो कि गौतम गंभीर 2019 में लोकसभा चुनाव में पूर्वी दिल्ली सीट से जीतकर संसद पहुँचे थे। उन्होंने कॉन्ग्रेस प्रत्याशी अरविंदर सिंह लवली और आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी आतिशी मार्लेना को हराया था। उनकी जीत 3 लाख 91 हजार 222 वोटों से हुई थी। इसके अलावा पूर्वी दिल्ली में किए गए उनके कार्यों के लिए भी उनकी तारीफ होती थी। लेकिन अब उन्होंने राजनीति को अलविदा कहने का फैसला लिया है।

वहीं युवराज सिंह को लेकर कल जो खबरें आई थीं कि वो गुरदासपुर से भाजपा के प्रत्याशी हो सकते हैं…उस पर आज युवराज सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा, “मेरा जुनून विभिन्न क्षमताओं में लोगों का समर्थन करने और उनकी मदद करने में निहित है और मैं अपनी फाउंडेशन के माध्यम से ऐसा करना जारी रखूँगा। आइए अपनी क्षमताओं के साथ मिलकर बदलाव लाना जारी रखें।”

2011 में वनडे विश्व कप के बाद युवराज सिंह ने अमेरिका में जाकर अपने कैंसर का इलाज करवाया था। इसी के बाद जब वो कैंसर से रिकवर हो गए तो उन्होंने अपने यूवीकैन फाउंडेशन की शुरुआत की। इस फाउंडेशन के जरिए वह कैंसर पीड़ितों की मदद करते हैं।

बता दें कि दोनों पूर्व भारतीय खिलाड़ियों को क्रिकेट की दुनिया में 2011 का वर्ल्ड कप जिताने के लिए याद किया जाता रहा है। अब जब दोनों ने एक साथ राजनीति से दूरी बनाने का ऐलान किया है तो इनके फैंस इस पर अपनी प्रतिक्रियाएँ दे रहे हैं। युवराज सिंह को लेकर लोग खुश हैं कि वो राजनीति में घुसने बच रहे हैं तो गंभीर को लेकर उनके आगे करियर की शुभकामना दी जा रही है। वहीं कुछ ये अंदाजा भी लगा रहे हैं कि शायद गौतम को टिकट देने से मना कर दिया गया है इसलिए वो ऐसा फैसला ले रहे हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया