‘मैं ऐसे भारत में नहीं रहना चाहती…’: देवी काली का अपमान करने के बाद धौंस दिखा रही TMC सांसद महुआ मोइत्रा, कहा- करो FIR, कोर्ट में ​मिलूँगी

'काली' पर किए गए अपमानजनक टिप्पणी पर अड़ी महुआ मोइत्रा (फाइल फोटो)

तृणमूल कॉन्ग्रेस (TMC) की सांसद महुआ मोइत्रा देवी काली पर दिए गए अपमानजनक बयान को लेकर विवादों में हैं। उन पर एफआईआर दर्ज की गई है। देश भर में उनका विरोध हो रहा। उनके इस बयान से उनकी पार्टी भी पल्ला झाड़ चुकी है। हालॉंकि उनके खिलाफ पार्टी ने किसी तरह का एक्शन नहीं लिया है।

अब महुआ मोइत्रा ने कहा है, “मैं ऐसे भारत में नहीं रहना चाहती, जहाँ सिर्फ भाजपा का पितृसत्तात्मक ब्राह्मणवादी दृष्टिकोण हावी रहेगा और बाकी लोग धर्म के ईर्द-गिर्द घूमते रहेंगे। मैं मरते दम तक अपने बयान का बचाव करती रहूँगी। तुम जितना चाहे FIR दर्ज करवा लो, मैं हर बार इसका कोर्ट में सामना करूँगी।”

उन्होंने NDTV के साथ एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कहा कि वह बीजेपी को उन्हें गलत साबित करने की चुनौती देती हैं। बंगाल में जहाँ उन्होंने मामला दर्ज करवाया है, वहाँ से 5 किमी के भीतर एक काली मंदिर है, जहाँ देवी की पूजा की जाती है। इसके अलावा TMC सांसद ने उज्जैन के काल भैरव मंदिर और असम के कामाख्या मंदिर का हवाला देते हुए दोनों राज्यों की भाजपा सरकारों को उनके विरोध में हलफनामा दाखिल करने की चुनौती दी। बता दें कि मोइत्रा के खिलाफ एक मामला भोपाल में भी दर्ज किया गया है।

इस बयान को लेकर भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने टीएमसी पर निशाना साधते हुए पूछा है कि अगर TMC वाकई में महुआ मोइत्रा के बयान की निंदा करती है तो उन पर कार्रवाई कब करेगी? वह आदतन अपराधी है। वह पहले भी हिंदू देवी-देवताओं का अपमान कर चुकी हैं। उन्होंने शिवलिंग और चोटीवाला राक्षस जैसा बयान देकर मजाक उड़ाया था।

उल्लेखनीय है कि महुआ मोइत्रा ने मंगलावार (5 जुलाई 2022) को डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘काली’ के पोस्टर को लेकर जारी विवाद के बीच कहा था कि काली के कई रूप हैं। उनके लिए काली का मतलब मांस और शराब स्वीकार करने वाली देवी हैं। हालाँकि टीएमसी ने इस बयान से दूरी बना ली थी और इसकी निंदा की थी। पार्टी ने कहा था कि महुआ मोइत्रा द्वारा दिए गए बयान और माँ काली को लेकर उनके द्वारा अभिव्यक्त किए गए विचार उनके निजी हैं और पार्टी किसी भी सूरत में या किसी भी रूप में इसका समर्थन नहीं करती।

महुआ के बयान के बाद बीजेपी ने टीएमसी सांसद को तुरंत गिरफ्तार करने के लिए शिकायत दर्ज कराई थी। ये शिकायत कोलकाता और महुआ मोइत्रा के संसदीय क्षेत्र कृष्णानगर में की गई थी। वहीं, मध्यप्रदेश के भोपाल में भी महुआ मोइत्रा के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है। इसके अलावा कानपुर में भी ऐसी शिकायत दर्ज कराई गई है।

इधर माँ काली पर महुआ के बयान के खिलाफ पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता नेता शुभेंदु अधिकारी बुधवार (6 जुलाई 2022) को कोलकाता की सड़कों पर उतरे। उन्होंने कहा कि मोइत्रा के खिलाफ विरोध तब तक जारी रहेगा जब तक वह देवी काली पर अपनी टिप्पणी के लिए माफी नहीं माँगतीं। शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि राज्य भर में मोइत्रा के खिलाफ कई पुलिस शिकायतें दर्ज की गई हैं।

गौरतलब है कि इस विवाद की शुरुआत लीना मणिमेकलई नामक फिल्म मेकर के एक पोस्टर शेयर करने के बाद हुई। लीना ने अपनी डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘काली’ के पोस्ट में माँ काली को सिगरेट पीते दिखाया था। इसके साथ ही उनके हाथ में LGBTQ का झंडा भी थी। पोस्टर के सामने आते ही देश भर में इस पर बहस छिड़ गई।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया