सरकार बनाने का दावा कर AAP ने 128 पर जब्त करवाई जमानत, कॉन्ग्रेस के दुर्ग ध्वस्त; गुजरात में चहुँओर BJP: 182 में से 105 नए चेहरे

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ सीएम भूपेंद्र पटेल (फाइल फोटो, साभार: आजतक)

गुजरात में विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद नई सरकार के शपथ ग्रहण की तैयारियाँ शुरू हो चुकी हैं। भाजपा ने गुजरात विधानसभा चुनाव में सातवीं बार जीत हासिल कर सत्ता बरकरार रखी है। इतना ही नहीं भाजपा ने राज्य में अब तक का सबसे बड़ा बहुमत हासिल किया। भाजपा की इस बड़ी जीत के साथ कई रिकॉर्ड टूटे हैं। कई रिकॉर्ड बने भी हैं। एक नजर डालते हैं गुजरात विधानसभा चुनाव से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातों पर।

विधानसभा में 105 नए चेहरे

भाजपा के पक्ष में नतीजे आने के बाद नई विधानसभा का स्वरूप भी साफ हो गया है। नई विधानसभा के 182 सदस्यों में 156 भाजपा के हैं। इसके अलावा कॉन्ग्रेस के 17, आम आदमी पार्टी के 5 और 4 निर्दलीय जीते हैं। इस बार राज्य विधानसभा में 105 नए चेहरे चुनकर आए हैं। 14 महिला और 1 मुस्लिम भी चुनाव जीते हैं। अहमदाबाद की जमालपुर खड़िया विधानसभा सीट से एकमात्र मुस्लिम ने जीत दर्ज की है। कॉन्ग्रेस के इमरान खेड़ावाला इस सीट से लगातार दूसरी बार एमएलए बने हैं।

गुजरात के चारों क्षेत्रों में खिला कमल

भाजपा को इस बार गुजरात के चारों क्षेत्रों में सीटें मिली है। मध्य गुजरात के 61 सीटों में से 55 पर भाजपा ने जीत हासिल की है। 5 सीट कॉन्ग्रेस और 1 सीट अन्य के खाते में गई है। आम आदमी पार्टी का यहाँ खाता भी नहीं खुला। सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्र की बात करें तो यहाँ की 54 सीटों में से 46 सीटों पर भाजपा की जीत हुई। कॉन्ग्रेस के खाते में सिर्फ 3 सीटें और आम आदमी पार्टी को यहाँ से 4 सीटें मिली है। एक सीट अन्य के खाते में गई है। आपको बता दें 2017 के विधानसभा चुनावों में भाजका सबसे ज्यादा नुकसान इसी क्षेत्र में हुआ था। बीजेपी को यहाँ सिर्फ 23 सीटें मिली थीं।

उत्तर गुजरात की 32 सीटों में से भाजपा ने 22 हासिल की है। कॉन्ग्रेस को 8 सीटें, जबकि अन्य को 2 सीटों पर कामयाबी मिली है। उत्तर गुजरात में भी आम आदमी पार्टी का खाता नहीं खुला है। दक्षिण गुजरात पारंपरिक तौर पर भाजपा का गढ़ माना जाता है। यहाँ की 35 सीटों में से भाजपा ने 33 पर कब्जा किया है। कॉन्ग्रेस और आम आदमी पार्टी को 01- 01 सीट से संतोष करना पड़ा है। कुल मिलाकर गुजरात के 33 जिलों में से 22 में तो कॉन्ग्रेस का खाता भी नहीं खुला।

भाजपा कैसे बनी चक्रवर्ती

भाजपा के इस प्रचंड जीत का सबसे बड़ा कारण यह भी रहा कि इस साल हर तबके का साथ पार्टी को मिला है। राज्य की 27 ST सीटों में से भाजपा ने इस बार 23 सीटें जीती है। कॉन्ग्रेस को सिर्फ 3 सीटों पर जीत मिली है। 2017 में कॉन्ग्रेस को 27 में से 15 सीटें हासिल हुई थी। इसी तरह SC की 13 सीटों में भाजपा को 11 सीटें मिली है। उन 19 सीटों पर जहाँ मुस्लिम वोटर अच्छी-खासी संख्या में हैं बीजेपी को 15 सीटें मिली है।

128 सीटों पर AAP की जमानत जब्त

गुजरात में सरकार बनाने का दावा करने वाली आप अब 5 सीटों पर जीत और राष्ट्रीय दर्जा मिलने पर अपनी पीठ थपथपा रही है। लेकिन 182 में से 15 सीटें ऐसी हैं, जहाँ नोटा (NOTA) को आप से अधिक वोट मिले हैं। वे सीटे हैं- अब्दासा, रापर, वाव, थराद, धनेरा, राधनपुर, खेरालू, कलोल, खंभात, बोरसाद, अंकलव, मातर, पदरा, वागरा और सूरत पूर्व। इतना ही नहीं, आम आदमी पार्टी के 182 उम्मीदवारों में से 128 उम्मीदवारों की जमानत भी जब्त हो गई है।

राजन कुमार झा: Journalist, Writer, Poet, Proud Indian and Rustic