HAL के शेयरों के भाव में 5 गुना उछाल, ₹1.30 ट्रिलियन को पार कर गया मार्केट कैप: राहुल गाँधी को पसंद नहीं आएँगे आँकड़े, कहा था – मोदी सरकार ने तबाह कर दिया

राहुल गाँधी करते हैं HAL की आलोचना, शेयरों में उछाल लगातार जारी

कॉन्ग्रेस पार्टी के अध्यक्ष रहे राहुल गाँधी अक्सर भारत और भारतीय संस्थाओं को बदनाम करने के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने कई बार ‘हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL)’ की भी जम कर आलोचना की है। साथ ही इसके खत्म होने की भविष्यवाणी करते हुए उन्होंने इसके लिए मोदी सरकार को जिम्मेदार तक ठहरा दिया था। जबकि सच्चाई ये है कि HAL के शेयरों में पिछले 5 वर्षों से भारी उछाल जारी है और कंपनी की मार्किट वैल्यू भी लगातार बढ़ती ही चली जा रही है।

केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं टेक्नोलॉजी मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने भी पिछले 5 वर्षों में HAL के शेयरों के भाव का चार्ट शेयर किया है। 27 जुलाई, 2018 को HAL के शेयरों के भाव 789.30 रुपए थे। वहीं HAL के शेयरों के ताज़ा भाव सोमवार (24 जुलाई, 2023) को खबर लिखे जाने तक 3908 रुपए पर ट्रेंड हो रहे थे। इस तरह से 5 वर्षों में HAL के शेयरों में 4.95 गुना की उछाल आई है। खास बात ये है कि शेयरों के भाव बढ़ने में निरंतरता बनी हुई है।

अगर कंपनी के मार्किट कैप की बात करें तो ये भारतीय रुपए में 1.31 ट्रिलियन पहुँच गया है। इसके अलावा कंपनी के स्वदेशी तकनीक वाले फाइटर एयरक्राफ्ट्स और मिसाइलों का निर्माण भी कर रही है। विदेशी कंपनियों के साथ डील भी साइन हो रहे हैं। पिछले ही महीने अमेरिकी कंपनी ‘GE एरोनॉटिक्स’ और HAL ने F414 इंजन के लिए डील किया। 716 मिलियन डॉलर (5868.58 करोड़ रुपए) के इस डील के बाद भारत में उच्च तकनीकी क्षमता वाली इंजनों का निर्माण होगा।

अब चलते हैं जनवरी 2019 में। राहुल गाँधी ने तब बयान देते हुए कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ‘सूट-बूट वाले दोस्तों’ के लिए HAL को कमजोर कर दिया है। ये अलग बात है कि विदेश में भारत विरोधी ज़हर उगलते हुए राहुल गाँधी खुद सूट-बूट में नजर आते हैं। राहुल गाँधी ने यहाँ तक दावा कर दिया था कि HAL के पास कर्मचारियों को वेतन तक देने के लिए पैसे नहीं हैं। तब कॉन्ग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला समेत अन्य नेताओं ने भी उनके इस बयान को आगे बढ़ाया था।

उससे पहले अक्टूबर 2018 में राहुल गाँधी HAL के कर्मचारियों से मुलाकात करने पहुँच गए थे और कहा था कि ‘हमलोग’ कंपनी के मौजूदा और पूर्व स्टाफ का ध्यान रखेंगे। उन्होंने दावा किया था कि कंपनी को तबाह किया जा रहा है। ट्रेड यूनियनों के साथ मिल कर उन्होंने विरोध प्रदर्शन में भी हिस्सा लिया था और HAL को नुकसान पहुँचा कर अनिल अंबानी को फायदा पहुँचाए जाने का आरोप लगाया था। राहुल गाँधी को अब HAL की सफलता का आँकड़े शायद ही पसंद आएँ।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया