शक्ति प्रदर्शन में चाचा पर भारी पड़ा भतीजा: शरद पवार की बैठक में आए सिर्फ 13 MLA, NCP पर कब्जे के लिए चुनाव आयोग के पास अजीत पवार ने ठोका दावा

महाराष्ट्र में अपनी-अपनी बैठकों में शरद पवार और अजित पवार

महाराष्ट्र में शरद पवार द्वारा स्थापित ‘राष्ट्रवादी कॉन्ग्रेस पार्टी (NCP)’ टूट गई है। कुछ दिनों पहले ही उनके भतीजे अजित पवार ने नेता प्रतिपक्ष का पद छोड़ कर सरकार में शामिल होने का फैसला लिया और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की सरकार में उप-मुख्यमंत्री बने। इसके बाद बुधवार (5 जुलाई, 2023) को दोनों पक्षों ने शक्ति प्रदर्शन के लिए बैठक बुलाई। बैठकों के बाद ये साफ़ हो गया है कि भतीजे अजित पवार अपने चाचा पर भारी पड़ रहे हैं। उन्होंने भारत में करिश्माई नेतृत्व की जरूरत बताते हुए कहा कि सोनिया गाँधी और राहुल गाँधी PM नहीं बन सकते।

मीडिया में आ रहे आँकड़ों की मानें तो शरद पवार की बैठक में 13 विधायक, 3 विधान पार्षद और 5 सांसद पहुँचे हैं। मुंबई के YB चव्हाण सेंटर में ये बैठक आयोजित हुई। अनिल देखमुख, रोहित पवार, राजेंद्र शिंगने, अशोक पवार, किरण लहमटे, पंकजा तानपुरे, बालासाहेब पाटिल, जितेंद्र अव्हाड, चेतन विट्ठल तुपे, जयंत पाटिल, राजेश टोपे, संदीप क्षीरसागर और देवेंद्र भुयार – ये वो विधायक हैं जो शरद पवार की बैठक में मौजूद रहे। श्रीनिवास पाटिल, सुप्रिया सुले और अमोल कोल्हे – ये तीनों लोकसभा सांसद मौजूद रहे।

राज्यसभा सांसदों की बात करें तो फौजिया खान और वंदना चव्हाण ने शरद पवार का साथ दिया है। शशिकांत शिंदे, बाबाजानी दुर्रानी और एकनाथ खड़से – ये तीनों MLC इस बैठक में मौजूद रहे। उधर अजित पवार ने NCP पर अपने गुट का हक़ जताते हुए चुनाव आयोग को याचिका भी भेज दी है। इसमें NCP के नाम और घड़ी चुनाव चिह्न पर दावा ठोका गया है। वहीं जयंत पाटिल ने मंत्री पद की शपथ लेने वाले अजित पवार समेत सभी 9 विधायकों को अयोग्य घोषित किए जाने की अपील की है।

उधर शरद पवार ने नेताओं को संबोधित करते हुए कहा कि मुंबई में ही NCP का 24 वर्ष पहले गठन हुआ था और हमने खूब मेहनत कर के सरकार बनाई, कई लोग मंत्री-विधायक बने और हमने दिखाया कि गरीब घर से आने वाले भी राज्य चला सकते हैं। उन्होंने कहा कि अब बातचीत की परंपरा खत्म हो गई है। वहीं उनकी बेटी सुप्रिया सुले ने कहा कि NCP में जो पद खाली हैं, उसमें नए लोग आएँगे। वहीं अजित पवार ने कुछ हफ्ते पहले शरद पवार द्वारा इस्तीफा दिए जाने और फिर इसे वापस लिए जाने पर निशाना साधा।

अजित पवार ने चाचा को चेताया कि वो जिद्दी न बनें। उन्होंने कहा कि अभी तो उन्होंने काफी कम कहा है, भविष्य में रैलियाँ होंगी तो वो कई बड़े खुलासे करेंगे। अजित पवार ने महाराष्ट्र की 90 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा करते हुए कार्यकर्ताओं से इमोशनल अपील की। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं और उनके बीच दूरी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि वो 5 बार डिप्टी CM बन चुके हैं, अब राज्य का नेतृत्व करना चाहते हैं। उन्होंने शरद पवार को उनकी उम्र की याद दिलाते हुए कहा कि आप अब 83 के हो गए, हमें आशीर्वाद दीजिए।

अजित पवार की बैठक में 29 विधायक और 4 MLC पहुँचे। ED/CBI के डर से पाला बदलने के आरोपों पर अजित पवार ने कहा कि कई ऐसे विधायक हैं जिनके खिलाफ कोई केस नहीं है। उन्होंने कहा कि शरद पवार ने 2004 में CM पद NCP को मिल रहा था तो ठुकरा दिया था। उन्होंने दावा किया कि 2014 में भी NCP द्वारा भाजपा को समर्थन दिए जाने का निर्णय लिया गया था। उन्होंने कहा कि जो विधायक शरद पवार की बैठक में गए हैं, वो भी उनसे संपर्क में हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया