PM मोदी से मिलूँगी: अमेरिका की पहली हिंदू सांसद तुलसी गबार्ड ने राणा अयूब को लताड़ा

राणा अयूब (दाएँ) ने तुलसी गबार्ड के प्रशंसकों पर कसा था तंज

अमेरिका के ह्यूस्टन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सम्मान में एक विशाल कार्यक्रम का आयोजन होना जा रहा है। ‘हाउडी मोदी’ नमक इस कार्यक्रम में 50,000 से भी अधिक लोग शामिल होंगे। सबसे बड़ी बात कि इसमें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प भी शामिल होंगे। भारतीय मूल के लोगों द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में अमेरिका के कई बड़े नेताओं के शामिल होने की ख़बरें आई हैं। हालाँकि, राष्ट्रपति उम्मीदवार और अमेरिका की पहली हिंदू सांसद तुलसी गबार्ड इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगी।

जब तुलसी के कार्यक्रम में शामिल न होने की ख़बर आई तो भारत में कई लिबरलों और वामपंथियों में ख़ुशी की लहर दौड़ गई। प्रोपेगंडाबज राणा अयूब ने ट्विटर पर एक लेख शेयर किया, जिसमें दावा किया गया था कि तुलसी पीएम मोदी के साथ मंच साझा नहीं करना चाहती और इसीलिए उन्होंने ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम का निमंत्रण ठुकरा दिया है। ‘आर्गेनाईजेशन फॉर माइनॉरिटीज ऑफ इंडिया’ के लेख के अनुसार:

“मोदी की हिंदुत्ववादी नीतियों के विरोध में हो रहे प्रदर्शन के कारण तुलसी गबार्ड ने पीएम मोदी के साथ मंच साझा करने से इनकार कर दिया है। कॉन्ग्रेसमैन रो खन्ना ने पिछले महीने कहा था कि अमेरिका के सभी हिन्दू नेताओं को हिंदुत्व का विरोध करना चाहिए और धर्मनिरपेक्षता को बढ़ावा देना चाहिए। खन्ना ने कहा था कि हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई -सबके लिए बराबर अधिकारों की बात होनी चाहिए। उनके इस बयान का दक्षिण एशिया के नेताओं ने स्वागत किया। “

राणा अयूब ने अमेरिकी हिन्दू नेता तुलसी गबार्ड के भारतीय प्रशंसकों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि तुलसी अब मोदी के कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगी और उन्होंने निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया है। इसके बाद तुलसी गबार्ड ने राणा अयूब को रिप्लाई देते हुए उनके झूठ का पर्दाफाश किया। प्रोपेगंडा को काटते हुए तुलसी गबार्ड ने राणा अयूब द्वारा शेयर किए गए आर्टिकल को भ्रामक तथ्यों वाला लेख करार दिया।

https://twitter.com/TulsiGabbard/status/1174179284342235138?ref_src=twsrc%5Etfw

तुलसी गबार्ड ने लिखा कि राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार होने के कारण पहले से ही उनके कई चुनावी कार्यक्रम प्रस्तावित हैं और इसी व्यस्तता के कारण वह पीएम मोदी के कार्यक्रम में हिस्सा नहीं ले पाएँगी। उन्होंने साफ़ कर दिया कि पहले से तय कई कार्यक्रम की वजह से वह ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगी। साथ ही उन्होंने आशा जताई कि वह पीएम मोदी के अमेरिका दौरे के मौके पर उनसे मुलाक़ात करेंगी। उन्होंने लिखा कि वह दुनिया के सबसे पुराने और सबसे बड़े लोकतंत्र के बीच संबंधों की महत्ता पर पीएम मोदी के साथ चर्चा करेंगी।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया