लोकसभा चुनाव 2024 में BJP को प्रचंड बहुमत, 335 सीटों का अनुमान: कॉन्ग्रेस की हालत खराब, ओपिनियल पोल में पिछले चुनाव से कम सीटों का अंदेशा

लोकसभा चुनाव 2024 के ओपिनियन पोल में भाजपा को प्रचंड बहुमत जबकि कॉन्ग्रेस को महज 37 सीटें (चित्र साभार- financialexpress.com)

लोकसभा चुनाव 2024 के लिए विभिन्न सर्वे संस्थाओं ने अपने-अपने ओपिनियन पोल जारी कर दिए हैं। इन पोल के मुताबिक इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में NDA गठबंधन प्रचंड बहुमत हासिल कर सकता है। अकेले भाजपा ही बहुमत के आँकड़े को पार करती दिख रही है। विपक्ष का INDI गठबंधन 100 सीटों को भी पार करता नहीं दिख रहा है। तमाम आँकड़े INDI गठबंधन को 98 सीटों के आसपास सिमटता दिखा रहे हैं। सबसे खराब हालत कॉन्ग्रेस की है, जिसे आगामी लोकसभा चुनाव में महज 37 सीटें मिलने का अनुमान जताया जा रहा है। यह आँकड़ा पिछले चुनावों से भी कम है।

इंडिया टीवी CNX ने मंगलवार (5 अप्रैल 2024) को अपना ओपिनियन पोल जारी किया। इस पोल के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी साल 2024 के लोकसभा चुनावों में अकेले अपने दम पर लगभग 335 सीटें जीत सकती है। बीजेपी के नेतृत्व में बने NDA गठबंधन को कुल 378 सीटें मिलने का अनुमान है। उत्तर भारत और पूर्वोत्तर के राज्यों में भारतीय जनता पार्टी पहले नंबर पर आती बताई गई है। पश्चिम बंगाल में भी भाजपा और तृणमूल कॉन्ग्रेस के बीच लगभग बराबरी का मुकाबला है। गोवा, गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, उत्तराखंड, दिल्ली और हिमाचल प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी द्वारा क्लीन स्वीप करने की संभावना जताई गई है।

यह ओपिनियन पोल कॉन्ग्रेस पार्टी के लिए एक बड़े झटके के समान है। कॉन्ग्रेस को पिछली बार हुए लोकसभा चुनावों में 44 सीटें मिली थीं, लेकिन इस बार उसे महज 37 सीटों पर सिमटता दिखाया गया है। उत्तर भारत के कई राज्य तो ऐसे बताए गए हैं जिनमें कॉन्ग्रेस का खाता भी नहीं खुल रहा है। पोल में कॉन्ग्रेस से बेहतर प्रदर्शन अन्य दलों को करते बताया गया है। इन अन्य दलों में शिवसेना उद्धव ठाकरे ग्रुप, RJD और आम आदमी पार्टी जैसे दल शामिल हैं। हालाँकि, INDI गठबंधन के सभी घटक दलों को मिलाकर भी विपक्ष इस बार भी 100 सीटों को पार करता नहीं दिख रहा है। उसका आँकड़ा महज 98 पर अटक रहा है।

ओपिनियन पोल में पूर्वोत्तर के राज्यों मणिपुर, नागालैंड और सिक्किम में भारतीय जनता पार्टी का मुकाबला कॉन्ग्रेस के बजाय अन्य दलों से होना बताया गया है। पूर्वोत्तर की 11 सीटों पर हुए सर्वे में 5 सीटें भाजपा और इतनी ही अन्य दलों के खाते में जाने का अनुमान जताया गया है। वहीं कॉन्ग्रेस को महज 1 सीट मिलने की संभावना जताई गई है। असम की 14 सीटों में भाजपा की 10 पर जीत की संभावना जताई गई है। यहाँ भी कॉन्ग्रेस के खाते में महज 1 सीट आना बताया गया है। केंद्र शासित प्रदेशों की 5 सीटों में भाजपा की 4 और कॉन्ग्रेस की महज 1 सीट पर जीत बताई गई है।

पश्चिम बंगाल की कुल 42 लोकसभा सीटों में TMC और भाजपा की लगभग बराबरी की टक्कर बताई गई है। यहाँ TMC को 21 और भाजपा को 20 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है। वामदलों का पश्चिम बंगाल में खाता भी न खुलने की बात कही गई है जबकि कॉन्ग्रेस के हिस्से में यहाँ से महज 1 सीट आने का अनुमान जताया गया है। बिहार की कुल 40 लोकसभा सीटों में भाजपा के हिस्से में 17 आने की संभावना जताई गई है। यहाँ RJD को महज 4 सीटें मिल सकती हैं। पोल के मुताबिक किशनगंज की एकमात्र सीट कॉन्ग्रेस के खाते में जा सकती है।

महाराष्ट्र की कुल 48 लोकसभा सीटों में भाजपा की झोली में 25 सीटें आने का अनुमान है। जबकि यहाँ कॉन्ग्रेस को मात्र 2 सीटें मिलने की संभावना जताई गई है। शिवसेना उद्धव गुट को 8 और शिंदे गुट को 6 सीटें मिल सकती हैं। शरद पवार की एनसीपी को मात्र 2 सीटों पर संतोष करना पड़ सकता है जबकि अजित पवार खेमे में 4 सीटें आ सकती हैं। इसी पोल में पंजाब में आम आदमी पार्टी और कश्मीर में नेशनल कांफ्रेस की बढ़त बताई गई है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया