‘एक दशक भाई-भतीजावाद और घोटालों में खो गया’: PM मोदी ने MP स्टार्टअप नीति के उद्घाटन में कहा- आठ साल पहले 400 स्टार्टअप थे, आज 70 हजार हैं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फ़ाइल फोटो)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने शुक्रवार (13 मई 2022) को मध्य प्रदेश इंदौर में जारी स्टार्टअप कॉन्क्लेव (MP Start Up Conclave) का में मध्य प्रदेश की स्टार्ट नीति का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि देश में स्टार्टअप की दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ईकोसिस्टम बनकर एक बड़ी ताकत के रूप में उभर रहा है।

मोदी ने कहा, “आपको याद होगा कि 2014 में जब हमारी सरकार आई थी तो देश में 300-400 के करीब स्टार्टअप थे। ये शब्द सुनाई भी नहीं देता था, न चर्चा होती थी, लेकिन आज आठ वर्ष के छोटे से कालखंड में आज देश में 70,000 मान्यता प्राप्त स्टार्टअप हैं। भारत में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप ईको सिस्टम है। ये स्टार्टअप सिर्फ मेट्रो शहरों तक ही सीमित नहीं हैं। लगभग 50% स्टार्टअप टियर 2-3 शहरों के अंतर्गत आते हैं।”

इस दौरान उन्होंने कॉन्ग्रेस और अन्य विपक्षी दलों पर तंज कसते हुए कहा, “दुर्भाग्य से लगभग एक दशक भाई-भतीजावाद, नीतिगत पक्षाघात और घोटालों में खो गया। 2014 के बाद हमने भारत के युवाओं में नवाचार की भावना को पुनर्जीवित किया। हमने विभिन्न मोर्चों पर काम किया और हैकाथॉन का आयोजन किया। इससे जिम्मेदारी की भावना बढ़ी।”

भारत के स्टार्टअप्स की सराहना करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज कृषि और रिटेल बिजनेस आदि के क्षेत्र में नए स्टार्टअप सामने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि आठ साल पहले तक स्टार्टअप शब्द कुछ गलियारों में ही चर्चा का हिस्सा था, लेकिन आज सामान्य भारतीय युवा के सपने सच करने का माध्यम बन गया है। यह एक सोची समझी रणनीति, स्पष्ट लक्ष्य निर्धारित दिशा का परिणाम है।

इस दौरान पीएम मोदी ने इंदौर के शॉप किराना के संस्थापक तनुतेजस सारस्वत से बता की। उन्होंने बताया कि 3.5 साल पहले तीन दोस्तों ने स्टार्टअप की शुरुआत की थी। उनके साथ दीपक धनोतिया और सुमित घोरावत एक ऐसा बिजनेस टु बिजनेस मॉडल लाना चाहते थे, जिसमें सीधे कंपनियों से माल लेकर दुकानों को 24 घंटे में डिलीवर किया जा सके। इन्होंने यह कर दिखाया।

सारस्वत ने आगे बताया कि छह राज्यों के 30 शहरों की लगभग एक लाख खुदरा दुकानों और पाँच करोड़ उपभोक्ताओं तक उनके स्टार्टअप ने पहुँच बना ली है। उन्होंने 10 हजार लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार दिया है। उनके स्टार्टअप का कारोबार 800 करोड़ रुपये सालाना है। जापान और भारत के प्रमुख स्टार्टअप निवेशकों से करोड़ों रुपये की फंडिंग मिल चुकी है। मोदी ने भोपाल की स्‍टार्टअप शुरू करने वाले उमंग श्रीधर से भी बात भी।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया