MP कॉन्ग्रेस में रार तेज: कमलनाथ के विरोध में उतरे सिंधिया, कहा- कर्जमाफी पर पूरा नहीं हुआ वादा

ज्योतिरादित्य सिंधिया (फाइल फोटो)

मध्य प्रदेश कॉन्ग्रेस में गुटबाजी और गहरी होती जा रही है। कर्जमाफी पर दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह के बाद अब गुना से पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी सवाल उठाए हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने माना कि उनकी सरकार का किया हुआ कर्जमाफी का वादा पूरा नहीं हुआ है। 

कॉन्ग्रेस नेता और पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने किसानों की कर्जमाफी को लेकर अपनी ही सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “किसानों का कर्ज पूरी तरह से माफ नहीं किया गया है। केवल 50 हजार रुपए का कर्ज माफ किया गया है, जबकि हमने कहा था कि 2 लाख तक का कर्ज माफ किया जाएगा। 2 लाख रुपए तक के कर्ज को माफ किया जाना चाहिए।” सिंधिया ने कहा कि सरकार की जिम्मेदारी है कि वो अन्नदाताओं के साथ कंधा मिलाकर खड़ी रहे। उन्होंने कहा कि बाढ़ से प्रभावित किसानों को प्रति बीघे के हिसाब से 8-30 हजार रुपए तक का मुआवजा मिलना चाहिए। 

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यह पहली बार नहीं है जब कॉन्ग्रेस के अंदर ही कर्जमाफी को लेकर सवाल उठे हों। इससे पहले राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह भी कमलनाथ सरकार की इस योजना पर सवाल उठा चुके हैं। उन्होंने किसानों की पूरी तरह से कर्जमाफी न होने पर राहुल गाँधी को जनता से माफी माँगने तक के लिए कह दिया था।

कॉन्ग्रेस नेता लक्ष्मण सिंह ने भोपाल में कहा था, “हम राज्य में किसानों से किया कर्जमाफी का वादा पूरा करने में सफल नहीं रहे हैं। राहुल गाँधी को किसानों से माफी माँगनी चाहिए और उन्हें स्पष्ट करना चाहिए कि कर्जमाफी में कितना समय लगेगा। इससे उन किसानों के बीच अच्छा संदेश जाएगा, जो नाराज हैं।”

बता दें कि मध्यप्रदेश में पिछले साल कॉन्ग्रेस सरकार किसानों की कर्जमाफी का वादा करके सत्ता में आई थी। सरकार ने कर्जमाफी के तहत कुछ किसानों का कर्ज माफ किया है लेकिन कितनों को इस योजना का फायदा असल में मिला इसके आँकड़े स्पष्ट नहीं हैं। राज्य के किसानों की एक बड़ी संख्या अब भी इस योजना से अछूती है। यही कारण है कि उसके अंदर कमलनाथ सरकार के प्रति नाराजगी है।

कॉन्ग्रेस के अंदर उठ रही बागी आवाज पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा था कि कॉन्ग्रेस को आत्मचिंतन की जरूरत है और पार्टी की आज जो स्थिति है, उसका जायजा लेकर सुधार करना समय की माँग है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया