सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर की जयंती बुधवार (28 सितंबर, 2022) को आ रहा है। इस अवसर पर भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या को विशेष रूप से सजाया-सँवारा गया है। अयोध्या का मुख्य प्रवेश द्वार नया घाट चौराहे को अब लता मंगेशकर चौराहे के नाम जाना जाएगा। इसका उद्घाटन करने के लिए खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहुँच रहे हैं। साथ ही स्वर कोकिला के सम्मान में एक वॉल आर्ट भी बनाया गया है, जिसे उसी दिन दुनिया के सामने लाया जाएगा।
ये वॉल आर्ट 10 फीट ऊँचा है। ‘लता मंगेशकर चौराहा’ पर अब आपको 12 मीटर ऊँची वीणा की मूर्ति दिखेगी, जो 14 टन भारी है। इसे प्लेटफॉर्म पर स्थापित करने के लिए क्रेन का सहारा लेना पड़ा। इस प्रोजेक्ट के लिए 7.90 करोड़ रुपए का बजट पास किया गया था। पद्मश्री से सम्मानित मूर्ति कलाकार राम सुतार ने इसे बनाया है। अगस्त से ही इस पर काम शुरू कर दिया गया था। 2 महीने इस मूर्ति को बनाने में लगे।
‘अयोध्या विकास प्राधिकरण’ ने ‘मोजर्टो’ नामक कंपनी को इस चौराहे को तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी है। उद्घाटन समारोह को भव्य बनाने के लिए लता मंगेशकर का एक वॉल आर्ट बनाया गया है, जिसके इर्दगिर्द कई ऐसे आर्ट्स बनाए जाएँगे। लता दीदी के सम्मान में ये कार्यक्रम दोपहर के 12 बजे से शुरू होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी इसमें ऑनलाइन शामिल होने की संभावना है। अयोध्या के कई संत-धर्माचार्य और सांसद-विधायक इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।
लता मंगेशकर के जीवन पर आयोजित एक शॉर्ट फिल्म को भी उस दिन दिखाया जाएगा। उनकी बहन उषा मंगेशकर भी इस कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगी। कार्यक्रम की तैयारियाँ अपने अंतिम चरण में है। 40 फ़ीट की वीणा पर खूबसूरत डिजाइंस भी बनाए गए हैं। लता मंगेशकर के निधन के बाद ही इस चौराहे को लेकर सीएम योगी ने घोषणा कर दी थी। अब यूपी सरकार स्वर साम्राज्ञी के निधन के बाद आ रही उनकी जयंती पर अपना वादा पूरा किया है।