लोकसभा चुनाव 2024: मणिपुर की एक लोकसभा सीट पर दो चरणों में चुनाव, यहाँ मतदाताओं के लिए इलेक्शन कमीशन ने किया खास प्रावधान

हिंसा प्रभावित मणिपुर में दो चरणों में होंगे लोकसभा चुनाव (फोटो साभार : इंडियन एक्सप्रेस)

चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव 2024 की घोषणा कर दी है, साथ ही बता दिया है कि पूरे देश में 7 चरणों में मतदान की प्रक्रिया शुरू होगी। 19 अप्रैल से 1 जून के बीच मतदान कराया जाएगा और 4 जून को नतीजे घोषित किए जाएँगे। चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ही एक संख्या तेजी से सबके दिमाग में कौंधी कि चुनाव आयोग ने 7 चरणों में जब चुनाव की घोषणा की है, तो बिना किसी नई सीट के जुड़े आँकड़ा 544 का कैसे आ रहा है, क्योंकि लोकसभा में सदस्यों की संख्या तो 543 ही होती है और लोकसभा की 543 सीटें ही अस्तित्व में है। बाद में मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि ऐसा मणिपुर की वजह से हो रहा है।

मणिपुर में दो चरणों में लोकसभा चुनाव कराए जाएँगे। मणिपुर में लोकसभा की 2 ही सीट हैं। लेकिन मणिपुर इनर लोकसभा सीट पर एक चरण में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान की प्रक्रिया संपन्न हो जाएगी, तो मणिपुर आउटर लोकसभा सीट पर 2 चरणों में मतदान होगा। जी हाँ, मणिपुर आउटर लोकसभा सीट पर दो चरणों में मतदान होगा, ऐसा इसलिए, क्योंकि हिंसा की वजह से मणिपुर की बड़ी आबादी विस्थापन की समस्या झेल रही है। इनर मणिपुर में 19 अप्रैल को मतदान होगा, जबकि आउटर मणिपुर में दो तारीखों 19 अप्रैल और 26 अप्रैल को मतदान होगा।

मणिपुर की आउटर लोकसभा सीट के तहत आने वाली चुराचांदपुर और चंदेल जिले में पहले चरण में मतदान कराया जाएगा। ये दोनों ही जिले हिंसा प्रभावित रहे हैं और यहाँ कुकी-मेईती समूहों के बीच हिंसा हुई थी। पहले चरण के लिए आउटर मणिपुर की 15 विधानसभा सीटों हेइरोक, वांगजिंग तेन्था, खांगबोक, वाबगई, काकचिंग, हियांगलाम, सुगनू, चंदेल (एसटी), सैकुल (एसटी), कांगपोकपी, सैतु (एसटी), हेंगलेप (एसटी), चुराचांदपुर (एसटी), सैकोट (एसटी) और सिंघाट (एसटी) में मतदान होगा।

इसके अलावा मणिपुर आउटर की बाकी की 13 विधानसभा क्षेत्रों में 26 अप्रैल को मतदान होगा। ये हैं जिरीबाम, तेंगनौपाल (एसटी), फुंगयार (एसटी), उखरुल (एसटी), चिंगाई (एसटी), करोंग (एसटी), माओ (एसटी), तडुबी (एसटी), तामेई (एसटी), तामेंगलोंग (एसटी), नुंगबा (एसटी), टिपाईमुख (एसटी) और थानलॉन (एसटी) सीट।

पहलीं, मणुपिर इनर लोकसभा सीट के लिए पहले चरण में ही 19 अप्रैल को मतदान की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। चुनाव आयोग ने कहा कि हिंसा से प्रभावित इलाकों से विस्थापित हुए लोगों की सहूलित को ध्यान में रखते हुए शरणार्थी कैंपों में ही मतदान की व्यवस्था की जाएगी। लोकसभा चुनाव के नतीजे पूरे देश में एक साथ 4 जून को आएँगे।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया