‘गोमूत्र पीकर आएँ’: TMC सांसद महुआ मोइत्रा ने मोदी सरकार का मजाक उड़ाने के लिए बोली पुलवामा आतंकी की भाषा

महुआ मोइत्रा (फाइल फोटो)

अपने लोकसभा भाषण से पहले तृणमूल कॉन्ग्रेस (TMC) सांसद महुआ मोइत्रा ने गुरुवार (3 फरवरी 2022) को ट्विटर पर मोदी सरकार पर तंज कसने के लिए ‘गोमूत्र’ का मजाक उड़ाया।

भाजपा को संबोधित करने के लिए गलत हैंडल को टैग करते हुए महुआ मोइत्रा ने ट्वीट किया, “मैं आज शाम को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लोकसभा में बोलने जा रही हूँ। मैं सिर्फ इतना कहना चाहती हूँ कि बीजेपी की हेकलर टीम खुद को तैयार रख ले। गोमूत्र के शॉट्स भी पीकर आएँ।”

गौरतलब है कि मोइत्रा ने कई मौकों पर गाली-गलौज का खुलकर इस्तेमाल करके एक बार नहीं बल्कि कई बार अपनी हिंदू नफरत का पर्दाफाश किया है। पिछले साल उन्होंने भारत को ‘सुसु पॉटी रिपब्लिक’ कहकर एक नया विवाद खड़ा कर दिया था। तब भी उन्होंने केंद्र सरकार पर हमला करने के लिए ‘गोमूत्र’ का इस्तेमाल किया था।

TMC MP Mahua Mitra’s 2021 Tweet

ट्वीट में मोइत्रा ने कहा था, “हमारे सुसु पॉटी रिपब्लिक में आपका स्वागत है! गोमूत्र पियो, गोबर छिड़को और शौचालय में कानून के शासन को फ्लश करो।” इस ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने जमकर खिंचाई की थी।

अपने विरोधियों पर अपमानजनक टिप्पणी करने और उपहास उड़ाने की उनकी पुरानी आदत है। पिछले साल जुलाई में झारखंड से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने मोइत्रा पर उन्हें तीन बार ‘बिहारी गुंडा’ कहने का आरोप लगाया था। दुबे ने ट्विटर पर मोइत्रा पर हिंदी भाषी लोगों और उत्तर भारतीयों के प्रति नफरत दिखाने का आरोप लगाया था। दुबे ने लिखा था, “तृणमूल कॉन्ग्रेस ने बिहारी गुंडा शब्द का इस्तेमाल करके बिहार के साथ-साथ पूरे हिंदी भाषी लोगों को गाली दी है।” इसी तरह, पिछले साल मार्च के महीने में, टीएमसी सांसद ने हिंदू देवताओं का अपमान किया था।

हिंदूफोबिक गोमूत्र शब्द आतंकियों की भाषा है

भारतीयों, विशेषकर हिंदुओं पर हमला करने से पहले इस्लामिक आतंकवादी अक्सर ‘गोमूत्र’ शब्द का इस्तेमाल करते हैं। 2019 में, एक आत्मघाती हमले में पाकिस्तान समर्थित जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी ने कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के 40 जवानों को मार डाला था। हमले के बाद, एक वीडियो जारी किया गया था जिसमें आतंकवादी को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि वह अल्लाह के नाम पर ‘गोमूत्र पीने वालों’ को दंडित करना और मारना चाहता है। आदिल अहमद डार उर्फ वकास के रूप में पहचाने गए आतंकवादी को यह स्वीकार करते हुए देखा गया कि वह एक साल पहले जैश-ए-मोहम्मद में शामिल हुआ था। वीडियो में, उसने भारतीयों को “गाय का पेशाब पीने वाले” (गोमूत्र पीने वाले लोग) के रूप में संदर्भित किया था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया