ड्रग्स के धंधे में है समीर वानखेड़े की साली? नवाब मलिक ने कागज दिखाकर पूछा, NCB अफसर ने भी दिया जवाब

समीर वानखेड़े अपनी पत्नी क्रांति रेडकर के साथ (बाएँ) और नवाब मलिक (दाएँ)

नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के अधिकारी समीर वानखेड़े पर नेशनल कॉन्ग्रेस पार्टी के नेता नवाब मलिक लगातार निजी हमले कर रहे हैं। ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने वानखेड़े की साली को भी इस केस में घसीटा है और उनसे जुड़े पुराने केस को लेकर वानखेड़े पर सवाल उठाए हैं।

महाराष्ट्र मंत्री ने 8 नवंबर को एक ट्वीट किया। इस ट्वीट में उन्होंने कुछ स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए लिखा, “समीर दाऊद वानखेड़े, क्या तुम्हारी साली हर्षदा दीनानाथ रेडकर ड्रग कारोबार में शामिल हैं? तुम्हें जवाब देना चाहिए क्योंकि उसका मामला पुणे की अदालत में लंबित है। यहाँ सबूत है।”

नवाब मलिक के इस ट्वीट के बाद समीर वानखेड़े ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, “जनवरी 2008 तक तो मैं नौकरी में भी नहीं था। मैंने क्रांति से शादी 2017 में की, तो आखिर मैं केस से कैसे जुड़ा हुआ हूँ?”

बता दें कि नवाब मलिक का दावा है कि समीर वानखेड़े की साली हर्षदा दीनानाथ रेडकर के खिलाफ पुणे की अदालत में ड्रग्स का केस चल रहा है जबकि समीर का पूछना है कि आखिर जब उनकी शादी क्रांति से 2017 में हुई तो उनका इससे क्या लेना-देना हुआ। मलिक द्वारा शेयर की गई तस्वीरों से पता चलता है कि केस 14 जनवरी 2008 में पंजीकृत हुआ था और वानखेड़े के मुताबिक उस समय तक नौकरी में भी नहीं थे।

गौरतलब है कि एक ओर जहाँ नवाब मलिक एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े को लेकर लगातार मीडिया में और सोशल मीडिया पर बयान दे रहे हैं। वहीं समीर वानखेड़े के पिता ज्ञानदेव वानखेड़े ने उनके खिलाफ़ बॉम्बे हाईकोर्ट में मानहानि का केस किया है।

वानखेड़े के वकील अरशद शेख ने कहा कि नवाब मलिक वानखेड़े परिवार को धोखेबाज कह रहे हैं और उनकी धार्मिक मान्यताओं पर सवाल उठाते हुए बता रहे हैं कि वे हिंदू नहीं हैं। इतना ही नहीं मलिक उनकी बेटी यास्मीन के करियर को भी बर्बाद कर रहे हैं, जो एक क्रिमनल लॉयर हैं। वानखेड़े के वकील ने कहा कि मलिक ने वानखेड़े के परिवार के सदस्यों के नाम, चरित्र, प्रतिष्ठा और सामाजिक छवि को धूमिल करने की कोशिश में लगे हैं।

केस में कहा गया कि मलिक ने पूर्वाग्रह से प्रेरित होकर समीर वानखेड़े के परिवार के सदस्यों के नाम, चरित्र, प्रतिष्ठा और सामाजिक छवि को नुकसान पहुँचाया है। इसलिए उनकी माँग है कि मलिक, उनकी पार्टी के नेताओं और अन्य सभी को उनके और उनके परिवार के खिलाफ मीडिया में कुछ भी आपत्तिजनक, मानहानिकारक सामग्री लिखने, बोलने या प्रकाशित करने पर रोक लगाई जाए।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया