मनुस्मृति का विरोध करते-करते शरद पवार की पार्टी के नेता ने फाड़ डाली आंबेडकर की तस्वीर: पूर्व मंत्री जितेंद्र अव्हाड के खिलाफ प्रदर्शन

जितेंद्र आव्हाड (फोटो साभार : एबीपी न्यूज)

शरद पवार की अगुवाई वाली एनसीपी के नेता जितेंद्र आव्हाड ने मनुस्मृति के श्लोक को पाठ्यक्रम में शामिल किए जाने के विरोध में प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने मनुस्मृति की प्रतिया फाड़ी, लेकिन इस दौरान उन्होंने ऐसी गलती कर दी, जिसका उन्हें बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। उन्होंने मनुस्मृति को फाड़ने के दौरान ही भारत रत्न डॉ भीमराव आँबेडकर की तस्वीर भी फाड़ दी।

शरद पवार की अगुवाई वाली राष्ट्रीय कॉन्ग्रेस पार्टी (एनसीपी-एसपी) के नेता जितेंद्र आव्हाड महाराष्ट्र के म्हाड में ये प्रदर्शन कर रहे थे, जब उन्होंने बाबा साहेब आँबेडकर की तस्वीर फाड़ी। बाबासाहेब आँबेडकर का पोस्टर फाड़ने पर बीजेपी ने काफी कड़ी प्रतिक्रिया दी है। बीजेपी नेता ने कहा, “उन्होंने बाबा साहब के पोस्टर फाड़ दिए। यह सिर्फ आँबेडकर का ही नहीं बल्कि पूरे दलित समुदाय का अपमान है।”

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी ने आँबेडकर की तस्वीर फाड़ने के लिए जितेंद्र आव्हाड के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने की माँग की। एनसीपी के मुख्य प्रवक्ता उमेश पाटिल ने माँग की कि आव्हाड को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाना चाहिए और राज्य सरकार को डॉ. बीआर आँबेडकर की तस्वीर फाड़ने और उसे रौंदने के लिए उनके खिलाफ तुरंत मामला दर्ज करना चाहिए। पाटिल ने कहा, “मनुस्मृति को जलाने के नाम पर भागेंद्र (जितेंद्र) आव्हाड ने बाबा साहब अंबेडकर की मूर्ति को फाड़ दिया और उसे रौंद दिया।” पाटिल ने यह भी कहा कि आव्हाड को पार्टी से निकाल दिया जाना चाहिए।

इस बीच, जितेंद्र आव्हाड ने महाराष्ट्र के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुँचाने के लिए उनसे “बिना शर्त माफी” माँग ली। घटना के बारे में बताते हुए आह्वाड ने कहा, “भावनात्मक रूप से मनुस्मृति का विरोध करते हुए मैंने पोस्टर फाड़ दिया क्योंकि उस पर मनुस्मृति शब्द लिखा था। मुझे नहीं पता था कि उस पर बाबासाहेब की तस्वीर है। विपक्ष इस पर राजनीति करेगा। मैंने गलती की। मैं बहुत ज्यादा ध्यान नहीं देने के लिए माफी माँगता हूँ!”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया