‘दूर युद्ध से भागते, नाम रखा रणवीर’: विपक्ष के नए नामकरण पर PM मोदी ने कसा तंज, कहा- UPA का क्रियाकर्म कर खंडहर पर लगा रहे प्लास्टर

पीएम मोदी (साभार: संसद टीवी)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान लोकसभा में कॉन्ग्रेस और उसकी सहयोगी दलों को जमकर लताड़ लगाई। इस दौरान उन्होंने राहुल गाँधी पर भी निशाना साधा और कहा कि कॉन्ग्रेस को परिवारवाद और दरबारवाद पसंद है।

पीएम मोदी ने कहा कि कॉन्ग्रेस की महफिल में जो दरबारी हाजिर नहीं होता था, उसे कुछ नहीं मिलता था। उन्होंने कहा कि कॉन्ग्रेस ने परिवारवाद के कारण बीआर अंबेडकर, जगजीवन राम, चौधरी चरण सिंह, चंद्रशेखर जैसे लोगों को प्रताड़ित किया। कॉन्ग्रेस ने परिवार से बाहर वाले प्रधानमंत्रियों की तस्वीर सदन तक में नहीं लगाई थी।

इस दौरान पीएम मोदी ने कॉन्ग्रेस के नेतृत्व वाली I.N.D.I.A पर निशाना साधा। पीएम मोदी ने कहा, “कॉन्ग्रेस की मुसीबत ऐसी है कि खुद को जिंदा रखने के लिए NDA का सहारा लेना पड़ा। आदत के मुताबिक घमंड का जो I है, वह इनको छोड़ता नहीं है। इन्होंने NDA के साथ दो I जोड़ दिए। पहला I 26 दलों का घमंड, दूसरा I एक परिवार का घमंड। NDA भी चुरा लिया, खुद बचने के लिए और इंडिया के भी टुकड़े (I.N.D.I.A.) कर दिए।”

पीएम मोदी ने कहा, “मैं विपक्ष के साथियों के प्रति संवेदना व्यक्त करना चाहता हूँ। आपने अभी बेंगलुरु में करीब दो दशक पुराने UPA का क्रियाक्रम, अंतिम संस्कार कर दिया है। लेकिन, एक तरफ ये क्रियाकर्म कर रहे थे तो दूसरी तरफ जश्न भी मना रहे थे। यह खंडहर पर नया प्लास्टर लगाने जैसा था।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा, “वर्षों से एक ही फेल प्रोडक्ट बार-बार लॉन्च करते हैं। उसकी हर बार लॉन्चिंग फेल हो जाती है। इसका परिणाम यह होता है कि उसका मतदाताओं के प्रति उसकी नफरत भी आसमान छूने लगती है।” उन्होंने आगे कहा, “जिन लोगों को सिर्फ नाम का सहारा है, उनके लिए कुछ पंक्तियाँ है-  दूर युद्ध से भागते नाम रखा रणवीर, भाग्यचंद की आज तक, सोई है तकदीर।”

पीएम मोदी ने कहा, “नाम को लेकर उनका एक चश्मा आज का नहीं है। ये दशकों पुराना चश्मा है। इन्हें लगता है कि नाम बदलकर देश पर राज कर लेंगे। गरीब को चारों तरफ नाम तो नजर आता है, लेकिन उनका काम नहीं नजर आता।”

कॉन्ग्रेस पर हमला करते हुए पीएम ने कहा, “अस्पतालों में नाम उनके हैं, लेकिन इलाज नहीं। शैक्षणिक संस्थानों, पार्कों, गरीब कल्याण से लेकर खेल पुरस्कार, एयरपोर्ट में उनका नाम… अपने नाम से योजनाएX चलाईं और फिर उन योजनाओं पर हजारों करोड़ के भ्रष्टाचार किए।”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया