‘नेहरू सरनेम से इतनी क्या शर्मिंदगी कि उसे रखने से डरते हो’: गाँधी परिवार पर PM मोदी का निशाना, कहा- 90 बार चुनी हुई सरकारों को बर्खास्त किया

राज्यसभा में पीएम मोदी

राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने पंडित जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गाँधी का नाम लेकर कॉन्ग्रेस को जमकर धोया। उन्होंने कहा कि नेहरू और इंदिरा गाँधी ने देश की चुनी हुई गैर-कॉन्ग्रेसी सरकारों को 90 बार गिराया। इतनी ही नहीं, पीएम ने कहा कि इस देश में 600 से अधिक सरकारी योजनाएँ सिर्फ गाँधी-नेहरू के नाम पर हैं।

कॉन्ग्रेस पर हमला बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, “यूथ विरोधी नीति लेकर चले हुए लोगों को आज यूथ नकार रहा है। यहाँ सरकार की योजनाओं के नामों को लेकर आपत्ति उठाई गई। लोगों को ऐसी परेशानी है कि इन नामों में कुछ संस्कृत-टच है। बताइए, इसकी भी इन्हें (कॉन्ग्रेस) को परेशानी है।”

पीएम मोदी ने आगे कहा, “मैंने किसी अखबार में पढ़ा था। हालांँकि उसे वेरिफाई तो नहीं किया। रिपोर्ट में कहा गया था कि 600 सरकारी योजनाएँ सिर्फ गाँधी-नेहरू परिवार के नाम पर हैं। अगर किसी कार्यक्रम में नेहरू जी के नाम का उल्लेख नहीं हुआ तो कुछ लोगों के बाल खड़े हो जाते हैं। उनका लहू एकदम गरम हो जाता है कि नेहरू जी नाम क्यों नहीं लिया।”

पीएम मोदी ने आगे कहा, “चलो, ये गलती हम सही कर लेंगे, लेकिन मुझे आश्चर्य है कि उनकी पीढ़ी का कोई भी व्यक्ति नेहरू सरनेम रखने से डरता क्यों हैं। नेहरू सरनेम रखने से क्या शर्मिंदगी है? इतने महान व्यक्ति का नाम अगर आपको (राहुल गाँधी को) मंजूर नहीं है, परिवार (गाँधी परिवार) को मंजूर नहीं है और हमारा हिसाब माँगते रहते हो?”

नरेंद्र मोदी ने सदन में गाँधी परिवार पर हमला करते हुए कहा कि यह देश किसी परिवार की जागीर नहीं है। उन्होंने कहा कि सदियों पुराना यह देश, लोगों के पुरुषार्थ और पसीने से बना हुआ देश है। जन-जन की पीढ़ियों से चली आई परंपरा से बना हुआ देश है। उन्होंने कहा कि कॉन्ग्रेस भारतीय सेना को नीचा दिखाने का मौका नहीं छोड़ती है, लेकिन परमवीर चक्र प्राप्त इन्हीं सेनानियों के नाम पर भाजपा ने द्वीप का नाम कर दिया, जो सदियों तक प्रचलित रहेगा।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “हम पर ऐसे भी आरोप लगाए जाते हैं कि हम राज्यों को परेशान करते हैं। जो लोग आज विपक्ष में बैठे हुए हैं, उन्होंने तो राज्यों के अधिकारों की धज्जियाँ उड़ा दी थीं। इतिहास उठाकर देख लीजिए कि वो कौन पार्टी थी, वो कौन लोग सत्ता में बैठे थे, जिन्होंने आर्टिकल 356 का सबसे ज्यादा दुरुपयोग किया? 90 बार चुनी हुई सरकारों को गिरा दिया।”

पीएम मोदी ने नेहरू और इंदिरा के बहाने कॉन्ग्रेस पर हमला करते हुए आगे कहा, “एक प्रधानमंत्री ने आर्टिकल 356 का 50 बार उपयोग किया। आधी सेंचुरी कर दी। वो नाम है श्रीमती इंदिरा गाँधी का। केरल में जो लोग आज इनके साथ खड़े हैं, वो भी इन्हें याद कर लें। केरल में वामपंथी सरकार चुनी गई, जिसे पंडित नेहरू पसंद नहीं करते थे। कुछ समय बाद चुनी हुई पहली सरकार को गायब कर दिया।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “मैं DMK के मित्रों को भी बताता हूँ। तमिलनाडु में MGR और करुणानिधि जैसे दिग्गजों की सरकारों को भी इन्हीं कॉन्ग्रेस वालों ने बर्खास्त कर दिया था। MGR की आत्मा देखती होगी कि आप (DMK वालों) आज कहाँ खड़े हो। 1980 में शरद पवार की सरकार को भी गिरा दिया गया था। आज वो वहाँ (कॉन्ग्रेस के साथ) बैठे हैं।”

प्रधानमंत्री ने कहा, “NTR की सरकार को तब बर्खास्त कर दिया गया, जब वो अपनी तबीयत के लिए अमेरिका गए थे। ये कॉन्ग्रेस का राजनीतिक करतब था। इन्होंने किसी भी क्षेत्रीय दल को परेशान करने से नहीं छोड़ा। उस समय हर अखबार लिखथा था कि राजभवनों को कॉन्ग्रेस दफ्तर बना दिए गए हैं। साल 2005 में झारखंड में NDA के पास ज्यादा सीटें थीं, लेकिन गवर्नर ने UPA को शपथ के लिए बुला लिया था। 1982 में हरियाणा में भी यही हुआ।”

प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ लोग अनाप-शनाप नीतियाँ लागू कर रहे हैं। इन्हें अगल-बगल के देशों पर नजर दौड़ाने की जरूरत है। आज इन देशों को कोई लोन देने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि राजनीति के कारण इन लोगों को ऐसी नीतियाँ नहीं लागू करनी चाहिए, जिससे आगे की पीढ़ी को भरपाई करना पड़े।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया