‘8 करोड़ स्वयंसेवी महिलाओं के प्रोडक्ट्स के लिए ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म, 75 सप्ताह में 75 वन्दे भारत ट्रेनें’: लाल किले से PM मोदी की घोषणा

स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले से राष्ट्र को सम्बोधित करते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

स्वतंत्रता दिवस 2021 के मौके पर लाल किले से राष्ट्र को सम्बोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 21वीं सदी में भारत को नई ऊँचाई पर पहुँचाने के लिए भारत के सामर्थ्य का सही इस्तेमाल, पूरा इस्तेमाल जरूरी है। इसके लिए जो वर्ग पीछे है, जो क्षेत्र पीछे है, हमें उनकी हैंड-होल्डिंग करनी ही होगी। उन्होंने ध्यान दिलाया कि कैसे आज नॉर्थ ईस्ट में कनेक्टिविटी का नया इतिहास लिखा जा रहा है।

उन्होंने कहा कि ये कनेक्टिविटी दिलों की भी है और इंफ्रास्ट्रक्चर की भी है। उन्होंने घोषणा की कि बहुत जल्द नॉर्थ ईस्ट के सभी राज्यों की राजधानियों को रेलसेवा से जोड़ने का काम पूरा होने वाला है। बकौल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, हमारा पूर्वी भारत, नॉर्थ ईस्ट, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख सहित पूरा हिमालय का क्षेत्र हो, हमारी कोस्टल बेल्ट या फिर आदिवासी अंचल हो, ये भविष्य में भारत के विकास का बड़ा आधार बनेंगे।

‘आज़ादी के अमृत महोत्सव’ की शुरुआत करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सभी के सामर्थ्य को उचित अवसर देना, यही लोकतंत्र की असली भावना है। उन्होंने कहा कि जम्मू हो या कश्मीर, विकास का संतुलन अब ज़मीन पर दिख रहा है। जम्मू कश्मीर में डी-लिमिटेशन कमीशन का गठन हो चुका है और भविष्य में विधानसभा चुनावों के लिए भी तैयारी चल रही है। लद्दाख भी विकास की अपनी असीम संभावनाओं की तरफ आगे बढ़ चला है।

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पीएम मोदी ने कहा कि जहाँ एक तरफ लद्दाख, आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण होते देख रहा है तो वहीं दूसरी तरफ ‘सिंधु सेंट्रल यूनिवर्सिटी’ लद्दाख को उच्च शिक्षा का केंद्र भी बनाने जा रही है। उन्होंने कहा कि देश के जिन ज़िलों के लिए ये माना गया था कि ये पीछे रह गए, हमने उनकी आकांक्षाओं को भी जगाया है। देश में 110 से अधिक आकांक्षी ज़िलों में शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, सड़क, रोज़गार, से जुड़ी योजनाओं को प्राथमिकता दी जा रही है।

पीएम मोदी ने कहा कि इनमें से अनेक जिले आदिवासी अंचल में हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज हम अपने गाँवों को तेजी से परिवर्तित होते देख रहे हैं। बीते कुछ वर्ष, गाँवों तक सड़क और बिजली जैसी सुविधाओं को पहुँचाने में हम सफल रहे हैं। अब गाँवों को ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क, डेटा की ताकत पहुँच रही है, इंटरनेट पहुँच रहा है। गाँवों में भी डिजिटल उद्यमी भी तैयार हो रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि गाँवों में जो हमारी सेल्फ हेल्प ग्रुप से जुड़ी 8 करोड़ से अधिक बहनें हैं, वो एक से बढ़कर एक प्रॉडक्ट्स बनाती हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “इनके प्रॉडक्ट्स को देश में और विदेश में बड़ा बाजार मिले, इसके लिए अब सरकार ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म तैयार करेगी। उन्होंने ये भी कहा कि छोटा किसान बने देश की शान, ये हमारा सपना है। उन्होंने ध्यान दिलाया कि आने वाले वर्षों में हमें देश के छोटे किसानों की सामूहिक शक्ति को और बढ़ाना होगा, उन्हें नई सुविधाएँ देनी होंगी। उन्होंने जानकारी दी कि देश के 80 प्रतिशत से ज्यादा किसान ऐसे हैं, जिनके पास 2 हेक्टेयर से भी कम जमीन है।

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प्रधानमंत्री ने याद किया कि कैसे पहले जो देश में नीतियाँ बनीं, उनमें इन छोटे किसानों पर जितना ध्यान केंद्रित करना था, वो रह गया। अब इन्हीं छोटे किसानों को ध्यान में रखते हुए निर्णय लिए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने ‘आज़ादी के अमृत महोत्सव’ के संकल्प को दोहराते हुए कहा कि 12 मार्च से शुरू ये अभियान 75 सप्ताह, यानी 15 अगस्त, 2021 तक चलेगा। उन्होंने कहा कि इन 75 सप्ताह में 75 ‘वन्दे भारत’ ट्रेनें देश के हर कोने को जोड़ेंगी।

उन्होंने कहा कि ‘उड़ान योजना’ जिस तरह से देश के अलग-अलग इलाकों को जोड़ रही है, ये अभूतपूर्व है। उन्होंने 100 लाख करोड़ रुपयों के आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर योजना की घोषणा की। ट्रांसपोर्ट के साधनों में तालमेल के लिए ‘गति शक्ति’ योजना की घोषणा की गई है, जिससे ट्रेवल टाइम में कमी आएगी और हमारी इंडस्ट्री की प्रोडक्टिविटी बढ़ेगी। स्थानीय निर्माता ग्लोबल होंगे। भविष्य की अर्थव्यवस्था भी इससे सुधरेगी।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया