संस्कृत में छिपा है योग-आयुर्वेद का खजाना: 104वें ‘मन की बात’ में बोले PM मोदी- ‘अपना देश अपनी माटी’ के तहत दिल्ली आएगी गाँव-गाँव से माटी

पीएम मोदी (साभार: सोशल मीडिया)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 27 अगस्त 2023 दिन रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 104वें एपिसोड में देशवासियों को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने चंद्रयान मिशन और देश के वैज्ञानिकों की जमकर तारीफ की। इसके अलावा, उन्होंने संस्कृत सहित कई विषयों पर चर्चा की।

कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “चंद्रयान को चन्द्रमा पर पहुँचे तीन दिन से ज्यादा का समय हो रहा है। ये सफलता इतनी बड़ी है कि इसकी जितनी चर्चा की जाए, वो कम है। भारत ने और भारत के चंद्रयान ने ये साबित कर दिया है कि संकल्प के कुछ सूरज चाँद पर भी उगते हैं।” उन्होंने कहा, “मिशन चंद्रयान नए भारत की उस spirit का प्रतीक बन गया है, जो हर हाल में जीतना चाहता है और हर हाल में, जीतना जानता भी है।”

इस दौरान उन्होंने महिला सशक्तिकरण की भी बात की। पीएम मोदी ने कहा, “जहाँ महिला शक्ति का सामर्थ्य जुड़ जाता है, वहाँ असंभव को भी संभव बनाया जा सकता है। भारत का मिशन चंद्रयान, नारीशक्ति का भी जीवंत उदाहरण है। इस पूरे मिशन में अनेकों Women Scientists और Engineers सीधे तौर पर जुड़ी रही हैं।”

उन्होंने कहा, “भारत की बेटियाँ अब अनंत समझे जाने वाले अंतरिक्ष को भी चुनौती दे रही हैं। किसी देश की बेटियाँ जब इतनी आकांक्षी हो जाएँ, तो उसे, उस देश को विकसित बनने से भला कौन रोक सकता है!”

प्रधानमंत्री ने G-20 की बात करते हुए कहा, “अपनी presidency के दौरान भारत ने G-20 को और ज्यादा inclusive forum बनाया है। भारत के निमंत्रण पर ही African Union भी G-20 से जुड़ी और अफ्रीका के लोगों की आवाज दुनिया के इस अहम प्लेटफार्म (platform) तक पहुँची” उन्होंने कहा कि भारत के विभिन्न शहरों में विदेशी Delegates गए और diversity देखकर, vibrant democracy देखकर बहुत प्रभावित हुए। उन्हें ये भी एहसास हुआ कि भारत में कितनी सारी संभावनाएँ हैं।

अपने मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने खिलाड़ियों को प्रेरित किया। खिलाड़ियों ने कहा कि पीएम मोदी के मोटिवेशन से वे गदगद हैं और देश के लिए मेडल जीतकर जरूर लाएँगे। यूपी की रहने वाली प्रगति ने Archery (आर्चरी) में Medal जीता है। असम के रहने वाले अम्लान ने Athletics (एथलेटिक्स) में Medal जीता है। पीएम इन सबसे बात की।

प्रधानमंत्री ने कहा, “कुछ ही दिनों पहले चीन में World University Games हुए थे। इन खेलों में इस बार भारत की Best Ever Performance रही है। हमारे खिलाड़ियों ने कुल 26 पदक जीते, जिनमें से 11 Gold Medal (गोल्ड मेडल) थे।”

उन्होंने आगे कहा, “आपको ये जानकर अच्छा लगेगा कि 1959 से लेकर अब तक जितने World University Games हुए हैं, उनमें जीते सभी Medals को जोड़ दें तो भी ये संख्या 18 तक ही पहुँचती है। इतने दशकों में सिर्फ 18, जबकि इस बार हमारे खिलाड़ियों ने 26 Medal जीत लिए।”

‘मेरी माटी मेरा देश’ कार्यक्रम के बारे में बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “इस समय देश में ‘मेरी माटी, मेरा देश’ देशभक्ति की भावना को उजागर करने वाला अभियान जोरों पर है। सितंबर के महीने में देश के गाँव-गाँव में, हर घर से मिट्टी जमा करने का अभियान चलेगा। देश की पवित्र मिट्टी हजारों अमृत कलश में जमा की जाएगी। अक्टूबर के अंत में हजारों अमृत कलश यात्रा के साथ देश की राजधानी दिल्ली पहुँचेंगे। इस मिट्टी से ही दिल्ली में अमृत वाटिका का निर्माण होगा।”

इस दौरान प्रधानमंत्री ने संस्कृत दिवस की भी बधाई दी। संस्कृत को दुनिया की प्राचीन भाषाओं में से एक बताते हुए कहा, “भारत का कितना ही प्राचीन ज्ञान हजारों वर्षों तक संस्कृत भाषा में ही संरक्षित किया गया है। योग, आयुर्वेद और philosophy जैसे विषयों पर research करने वाले लोग अब ज्यादा से ज्यादा संस्कृत सीख रहे हैं।

संस्कृत दिवस के साथ ही तेलुगू दिवस की बधाई देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “जब हम अपनी मातृभाषा से जुड़ते हैं, तो हम सहज रूप से अपनी संस्कृति से जुड़ जाते हैं। अपने संस्कारों से जुड़ जाते हैं, अपनी परंपरा से जुड़ जाते हैं, अपने चिर पुरातन भव्य वैभव से जुड़ जाते हैं।”

इस दौरान प्रधानमंत्री ने पर्यटन और देश के ऐतिहासिक स्थलों की चर्चा की। उन्होंने कहा, “मुझे Brian D. Kharpran (ब्रायन डी खारप्रन) के बारे में बताते हुए बेहद खुशी हो रही है। ये मेघालय के रहने वाले हैं और उनकी Speleology (स्पेलियो-लॉजी) में गज़ब की दिलचस्पी है। सरल भाषा में कहा जाए तो इसका मतलब है – गुफाओं का अध्ययन।”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया