‘पवार साहब की एंटी-भाजपा फ्रंट बनाने की तैयारी, सभी विपक्षी पार्टियों को एकजुट करने में लगी एनसीपी’: नवाब मलिक

चुनावी रणनीतिकार (दाएं) ने शरद पवार (बाएं) के मुंबई निवास पर की मुलाकात (फाइल फोटो)

चुनाव रणनीतिकार माने जाने वाले प्रशांत किशोर पश्चिम बंगाल से वाया पंजाब अब महाराष्ट्र पहुँच गए हैं। यहाँ उन्होंने शुक्रवार (11 जून) को मुंबई में एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार से मुलाकात की। तीन घंटे बातचीत हुई लेकिन सांसद सुप्रिया सुले और उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने मीटिंग को निजी मुलाकात बता दिया लेकिन राजनीति में कुछ भी निजी होता कहाँ है।

मुंबई के ‘सिल्वर ओक’ (शरद पवार का घर) में शरद पवार और प्रशांत किशोर के बीच हुई इस मीटिंग में क्या बात हुई, यह तो किसी को भी पता नहीं लेकिन एनसीपी नेता और खुद प्रशांत किशोर ही इस मुलाकात को एक सामान्य मुलाकात बता रहे हैं। सांसद सुप्रिया सुले और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के अलावा एनसीपी नेता नवाब मलिक ने भी कहा- मीटिंग 3 घंटे चली जरूर लेकिन उसमें प्रशांत किशोर को एनसीपी का रणनीतिकार बनाने पर कोई चर्चा नहीं हुई। हालाँकि मलिक ने यह भी कहा कि पवार साहब एक एंटी-भाजपा फ्रंट बनाने के लिए सभी विपक्षी पार्टियों को एकजुट करना चाहते हैं और एनसीपी उसी दिशा में कार्य कर रही है।

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महाराष्ट्र में मंत्री मलिक ने यह भी कहा कि चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के पास बहुत सारे आँकड़े और चुनावी सूचनाएँ हैं। उन्हें बहुत सारा अनुभव भी है, तो 3 घंटे की मुलाकात में यह मुद्दा पक्का आया होगा। मलिक ने यह भी बताया कि शरद पवार खुद विधानसभा चुनाव के पहले ही बंगाल जाना चाहते हैं लेकिन तबीयत खराब होने के कारण न जा सके।

अब प्रशांत किशोर भी ठहरे चुनाव रणनीतिकार तो वो भी इतनी आसानी से अपने पत्ते नहीं खोलने वाले सो उन्होंने भी कह दिया कि यह एक सद्भावना (गुडविल) मुलाकात थी। किशोर ने बताया कि वो शरद पवार को धन्यवाद देने के लिए आए थे जो उन्होंने पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनावों के दौरान तृणमूल कॉन्ग्रेस और ममता बनर्जी को अपना समर्थन जताया।    

पश्चिम बंगाल में टीएमसी और तमिलनाडु में डीएमके की सहायता करने के बाद शरद पवार के साथ प्रशांत किशोर की यह पहली मुलाकात है। हालाँकि यह दोनों के बीच यह मुलाकात ऐसे समय हुई है जब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने दिल्ली में पीएम मोदी से व्यक्तिगत मुलाकात भी की। हालाँकि उनके साथ उपमुख्यमंत्री अजित और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री अशोक चव्हाण भी थे लेकिन संयुक्त मुलाकात के बाद उद्धव ने पीएम मोदी से व्यक्तिगत मुलाकात भी की। इस मुलाकात के बारे में पूछने पर उद्धव ने तल्खी से जवाब भी दिया था कि वो नवाज शरीफ से मिलने तो गए नहीं थे। उन्होंने कहा था कि अगर वो पीएम मोदी से निजी तौर पर मिले तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है।

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इसके बाद एनसीपी के 22वें स्थापना दिवस के मौके पर बोलते हुए शरद पवार ने कहा था कि उन्हें शिवसेना पर भरोसा है और महाराष्ट्र की सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी। पवार ने शिवसेना को बालासाहब ठाकरे की याद भी दिलाई और कहा कि बालासाहब ने इंदिरा गाँधी को किया हुआ अपना वादा पूरा किया था और उनकी सहायता करने के लिए अपने प्रत्याशी चुनाव में नहीं उतारे थे।   

अब प्रशांत किशोर और शरद पवार की मुलाकात में कौन सी चर्चाएं हुईं, यह तो वही दोनों जाने लेकिन इतना निश्चित है कि भाजपा के विरोध में प्रशांत किशोर लगातार विपक्षी नेताओं के संपर्क में बने रहते हैं और शरद पवार के साथ मुलाकात उनकी चुनावी रणनीति का ही एक हिस्सा है जो 2024 को ध्यान में रखकर बनाई जा रही है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया