‘पहले धुआँ अब उज्ज्वला, पहले सुरक्षा की चिंता अब सर्जिकल-एयर स्ट्राइक’: PM मोदी के 8 साल, हिमाचल की धरती से किसानों को भेजा पैसा

हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में जनसभा को सम्बोधित करते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

अपनी सरकार के 8 वर्ष पूरे होने पर अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में रोड शो किया और कई विकास परियोजनाओं के उद्घाटन के साथ-साथ एक विशाल जनसभा को भी सम्बोधित किया। उन्होंने इस दौरान ‘किसान सम्मान निधि’ की 11वीं किश्त भी जारी की। पीएम ने इसके बाद कहा कि अभी देश के करोड़ों किसानों के खाते में पीएम किसान सम्मान निधि का पैसा ट्रांसफर हो गया, पैसा उनको मिल भी गया पीएम मोदी ने ‘गरीब कल्याण सम्मेलन’ में ये बातें कही।

उन्होंने कहा कि उन्हें शिमला की धरती से देश के 10 करोड़ से भी ज्यादा किसानों के खाते में पैसे पहुँचाने का सौभाग्य मिला है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज उनके जीवन में एक विशेष दिवस भी है, इस विशेष दिवस पर देवभूमि को प्रणाम करने का मौका मिले, इससे बड़ा सौभाग्य क्या हो सकता है। उन्होंने इतनी बड़ी तादाद में आशीर्वाद देने आने के लिए जनता का आभार व्यक्त किया। पीएम मोदी ने एक दिन पहले के कार्यक्रम को याद करते हुए कहा कि कोरोना काल में जिन बच्चों ने अपने माता-पिता को खो दिया था, ऐसे बच्चों का जिम्मा सँभालने का अवसर उन्हें मिला है।

प्रधानमंत्री ने बताया कि ऐसे हजारों बच्चों की देखभाल का निर्णय उनकी सरकार ने किया, कल उन्हें मैंने कुछ पैसे भी चेक के माध्यम से भेज दिए गए। उन्होंने कहा कि 130 करोड़ भारतीयों के सेवक के तौर पर काम करने का उन्हें जनता ने अवसर दिया, उन्हें सौभाग्य मिला। पीएम ने कहा कि आज वो कुछ कर पाते हैं, दिन रात दौड़ पाते हैं तो कोई ये मत सोचे कि ये मोदी करता है, ये मत सोचे कि मोदी दौड़ता है, ये सब तो देशवासियों की कृपा से हो रहा है।

प्रधानमंत्री ने शिमला में कहा कि एक परिवार के सदस्य के नाते, परिवार की आशा-आकांक्षा से जुड़ना, 130 करोड़ देशवासियों का परिवार ये ही सब कुछ है उनकी जिंदगी में। उन्होंने कहा कि जनता ही हैं सब कुछ उनकी जिंदगी में और ये जिंदगी भी जनता ही के लिए है। उन्होंने याद दिलाया कि कैसे 2014 से पहले की सरकार ने भ्रष्टाचार को सिस्टम का जरूरी हिस्सा मान लिया था और तब की सरकार भ्रष्टाचार से लड़ने की बजाय उसके आगे घुटने टेक चुकी थी, तब देश देख रहा था कि योजनाओं का पैसा जरूरतमंद तक पहुँचने के पहले ही लुट जाता है।

प्रधानमंत्री ने कहा, “आज चर्चा जन-धन खातों से मिलने वाले फायदों की हो रही है, जनधन-आधार और मोबाइल से बनी त्रिशक्ति की हो रही है। पहले रसोई में धुआँ सहने की मजबूरी थी, आज उज्ज्वला योजना से सिलेंडर पाने की सहूलियत है। 2014 से पहले देश की सुरक्षा को लेकर चिंता थी, आज सर्जिकल स्ट्राइक-एयर स्ट्राइक का गर्व है। आज हमारी सीमा पहले से ज्यादा सुरक्षित है। पीएम आवास योजना हो, स्कॉलरशिप देना हो या फिर पेंशन योजनाएँ, टेक्नोलॉजी की मदद से हमने भ्रष्टाचार का स्कोप कम से कम कर दिया है।”

प्रधानमंत्री ने कहा कि जिन समस्याओं को पहले स्थायी मान लिया गया था, उनकी सरकार उसके स्थायी समाधान देने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि ये राजग सरकार है जिसने चार दशकों के इंतजार के बाद ‘वन रैंक वन पेंशन’ को लागू किया, हमारे पूर्व सैनिकों को एरियर का पैसा दिया, जिसका बहुत बड़ा लाभ हिमाचल के हर परिवार को हुआ है। उन्होंने कहा कि हमारे देश में दशकों तक वोटबैंक की राजनीति हुई है और अपना-अपना वोटबैंक बनाने की राजनीति ने देश का बहुत नुकसान किया है। बकौल पीएम मोदी, हम वोटबैंक बनाने के लिए नहीं, नए भारत को बनाने के लिए काम कर रहे हैं।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “2014 से पहले जब मैं आपके बीच आता था, तो कहता था कि भारत दुनिया से आँख झुकाकर नहीं, आंख मिलाकर बात करेगा। आज भारत मजबूरी में दोस्ती का हाथ नहीं बढ़ाता है, आज भारत मदद के लिए हाथ बढ़ाता है। हमें 21वीं सदी के बुलंद भारत के लिए, आने वाली पीढ़ियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए काम करना है। एक ऐसा भारत जिसकी पहचान अभाव नहीं बल्कि आधुनिकता हो। हम भारत वासियों के सामर्थ्य के आगे कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है। आज भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। आज भारत में रिकॉर्ड विदेशी निवेश-एक्सपोर्ट हो रहा है।”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया