…तो यूपी का फिरोजाबाद हो जाएगा चंद्रनगर, जिला पंचायत से नाम बदलने का प्रस्ताव पास

फिरोजाबाद को चंद्रनगर करने का प्रस्ताव जिला पंचायत से पास

उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद का नाम बदला जा सकता है। नाम बदलकर चंद्रनगर रखने की तैयारी है। जिला पंचायत की बैठक में नाम बदलने के प्रस्ताव पर मुहर लग गई है। जिले का नाम बदलने की सुगबुगाहट काफी दिनों से चल रही थी। इसे देखते हुए फिरोजाबाद का प्राचीन नाम चंद्रनगर रखे जाने का प्रस्ताव जिला पंचायत अध्यक्ष हर्षिता सिंह की अध्यक्षता में पारित कर दिया गया।

फिरोजाबाद जिला पंचायत बोर्ड की पहली बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक में विकास और जनहित के कई प्रस्तावों पर मुहर लगी। साथ ही फिरोजाबाद सदर के ब्लॉक प्रमुख लक्ष्मी नारायण यादव ने जिले का नाम चंद्रनगर रखने का प्रस्ताव रखा, जिसे बोर्ड ने सर्वसम्मति से पारित कर शासन को भेज दिया है।

द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए जिला पंचायत की अध्यक्ष हर्षिता सिंह ने कहा, “प्रस्ताव को शनिवार (जुलाई 31, 2021) को एक सत्र में मौखिक रूप से पेश किया गया था जब अधिकांश सदस्य मौजूद थे। यह प्रस्ताव प्रखंड प्रमुख लक्ष्मी नारायण द्वारा लाया गया था। सदन ने इस प्रस्ताव को पारित कर दिया क्योंकि किसी ने कोई विरोध नहीं दिखाया। सदन में एक भी व्यक्ति ने इसका विरोध नहीं किया। अगले हफ्ते तक हम जिला मजिस्ट्रेट को प्रस्ताव के बारे में सूचित करते हुए एक पत्र लिखेंगे। फिर वह आगे की कार्रवाई करेंगे और सरकार को लिखेंगे। अंततः सरकार नाम परिवर्तन के बारे में अंतिम निर्णय लेगी।”

फिरोजाबाद का नाम बदलने की वजह के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा, “हम नाम नहीं बदल रहे हैं। हम बस पुराने नाम पर वापस जा रहे हैं, जो मुगलों के भारत आने से पहले था। बादशाह अकबर के प्रतिनिधि फिरोज शाह ने इस जगह का नाम बदलकर फिरोजाबाद कर दिया था। 1560 के दशक से पहले इस जगह का नाम राजा चंद्रसेन के नाम पर था।” वहीं बीजेपी नेता और प्रखंड प्रमुख लक्ष्मी नारायण यादव ने कहा, “पूरा जिला यह बदलाव चाहता था। मैंने इस प्रस्ताव को नए सत्र में पहले आदेश के रूप में पढ़ा। इसे ध्वनिमत से पारित कर दिया गया।” 

भाजपा नेता कन्हैयालाल ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ तो पहले ही फिरोजाबाद का प्राचीन नाम चंद्रनगर का प्रयोग करता रहा है। प्राचीन समय में जैन राजा चंद्रसेन की नगरी थी, जिसका नाम चंद्रवाड़ था। कालांतर में मुस्लिम शासकों ने चंद्रवाड़ पर हमला कर इसे तहस-नहस कर दिया था। चंद्रवाड़ नगरी के अवशेष अभी भी यमुना किनारे मौजूद हैं। 1566 में अकबर ने सिपहसालार फिरोजशाह को भेजा था, जिसके बाद बसाए गए नगर का नाम फिरोजाबाद रखा गया था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया