पंजाब की AAP सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर बढ़ाया VAT: 4 महीने में दूसरी बढ़ोतरी, विपक्षी BJP ने कहा – ये पूरे देश में महँगाई-महँगाई चिल्लाते हैं

पंजाब में मुख्यमंत्री भगवंत मान की सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर बढ़ाया VAT (फाइल फोटो)

पंजाब में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में इजाफा हुआ है। भगवंत मान के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर वैट बढ़ाने का फैसला किया है। इससे राज्य में पेट्रोल की कीमतों में 92 पैसे और डीजल में 88 पैसे की बढ़ोतरी हुई। इससे पहले फरवरी में वैट बढ़ने के साथ पेट्रोल, डीजल की कीमत बढ़ गई थी। 

टाइम्स नाउ की रिपोर्ट्स के अनुसार, पंजाब सरकार ने शनिवार (10 जून, 2023) को पेट्रोल डीजल में वैट बढ़ाने को लेकर एक आदेश जारी किया है। इस आदेश में कहा गया है कि डीजल में 12% या 10.02 रुपए प्रति लीटर (जो भी अधिक हो) तथा पेट्रोल में 15.74% या 14.32 रुपए प्रति लीटर (जो भी अधिक हो) वैट बढ़ाया जा रहा है। 

इससे पंजाब में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 98.65 रुपए हो गई है। वहीं, डीजल की कीमत 88.95 रुपए हो गई है। बढ़ी हुई कीमतें शनिवार-रविवार (10-11 जून 2023) मध्यरात्रि से लागू हो गई हैं। इस बढ़ोतरी से पहले चंडीगढ़ में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 84.26 रुपए व डीजल की कीमत 96.20 रुपए थी। वहीं अब, चंडीगढ़ में डीजल की कीमत 105.24 रुपये प्रति लीटर होगी। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में हुई हालिया बढ़ोतरी से पंजाब सरकार हर साल करीब 600 करोड़ रुपए की अतिरिक्त कमाई करेगी।

बता दें कि इससे पहले फरवरी 2023 में भी भगवंत मान सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर 90 पैसे का वैट बढ़ाया था। इससे पंजाब सरकार के राजस्व में अतिरिक्त कमाई के रूप में सालाना 300 करोड़ रुपए जुड़ेगा।

पंजाब में तेल की कीमतों में हुई इस बढ़ोतरी को लेकर BJP ने AAP पर निशाना साधा है। बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला ने कहा, “AAP का मतलब आम आदमी पार्टी नहीं, बल्कि एंटी आम आदमी पार्टी हो गया है। अरविंद केजरीवाल के कहने पर भगवंत मान ने जनविरोधी फैसला लेते हुए पेट्रोल और डीजल पर वैट बढ़ा दिया है। इससे AAP का एक और पाप सामने आया है। पूरे देश में महँगाई-महँगाई चिल्लाते हैं और अपने-अपने राज्यों में पेट्रोल, डीजल पर वैट बढ़ा देते हैं।”

उन्होंने आगे कहा है, “कर्नाटक कॉन्ग्रेस ने बिजली के दाम बढ़ाए और हिमाचल में डीजल पर वैट बढ़ा दिया। पंजाब में यह सब इसलिए हो रहा है  क्योंकि केजरीवाल के मॉडल के तहत काम करने पर पंजाब की अर्थव्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है। पंजाब दिवालिया होने की ओर जा रहा है। चुनावी वादे पूरे करने का कोई तरीका नहीं बचा है इसलिए किसानों और गरीबों पर भार डालकर अपने राजनीतिक हितों को साधने वाले वादे पूरे करना चाहते हैं।”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया