सरकारी नौकरी से इस्तीफा देकर बैठे CM चन्नी के भाई…सोचा चुनाव लड़ेंगे, कॉन्ग्रेस ने टिकट ही नहीं दिया

कॉन्ग्रेस ने नहीं दी चन्नी के भाई को टिकट

साल 2022 में होने जा रहे पाँच राज्यों के विधानसभा चुनावों के मद्देनजर राजनीतिक दलों ने अपने-अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा करनी शुरू कर दी है। ऐसे में पंजाब से एक बड़ी खबर आई है। पता चला है कि वहाँ कॉन्ग्रेस ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भाई डॉ मनोहर सिंह को ही टिकट देने से मना कर दिया। अब वो बस्सी पठाना से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे।

उल्लेखनीय है कि शनिवार (जनवरी 15, 2022) को कॉन्ग्रेस पार्टी ने 86 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की थी। इस लिस्ट में चन्नी के भाई का नाम नहीं था जबकि पहले कहा जा रहा था कि उन्होंने चुनाव लड़ने के लिहाज से ही कुछ समय पहले सरकारी नौकरी से वीआरएस लिया फिर भी जब पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया, तो उन्हें धक्का लगा।

कथिततौर पर जिस सीट पर डॉ मनोहर सिंह को टिकट चाहिए थी उस पर नवजोत सिंह सिद्धू का कोई करीबी उतारा गया है। इस फैसले के पीछे वजह बताई गई है कि चन्नी के भाई मनोहर सिंह का टिकट एक परिवार-एक टिकट के नियम के कारण खारिज हुआ। अभी तक स्वयं सीएम चन्नी की इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

हालाँकि मनोहर सिंह ने इस विषय पर कहा है, “मैं अपने भाई से आज सुबह भी मिला। मैंने उनसे कहा कि मुझे जनता के साथ जाना है और वे चाहते हैं कि मैं निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ूँ। परिवार की ओर से कोई दबाव नहीं है; मेरा निर्णय केवल जनता की इच्छा और जनता की सेवा करने की मेरी इच्छा पर आधारित है।”

बता दें कि पंजाब कॉन्ग्रेस में चल रही खींचतान के कारण कई नेता पार्टी से नाराज हैं। इसी क्रम में मोगा सीट से कॉन्ग्रेस विधायक हरजोत कमल भी बीजेपी में शामिल हुए हैं। हरजोत का यह फैसला पंजाब कॉन्ग्रेस द्वारा उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी किए जाने के बाद आया है। इसमें पार्टी ने कमल समेत 4 मौजूदा विधायकों को टिकट नहीं दी थी। मोगा सीट पर सोनू सूद की बहन मल्विका सूद को उतारा गया है। इस पर कमल ने कहा,  “उनकी क्या योग्यता है? वह केवल सोनू सूद की बहन हैं।”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया