आमदनी- ₹4.5 करोड़, खर्च- ₹12.5 करोड़: पंजाब की कॉन्ग्रेस सरकार में डिप्टी CM रहे ओपी सोनी गिरफ्तार, पहले से ही जेल में हैं 3 पूर्व मंत्री

कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के साथ ओपी सोनी (फोटो साभार: इंडिया टीवी)

पंजाब में आय से अधिक संपत्ति रखने के मामले में पूर्व डिप्टी सीएम व कॉन्ग्रेस नेता ओपी सोनी को विजिलेंस ब्यूरो ने अरेस्ट किया है। उनके ऊपर आरोप है कि उन्होंने 2016 से 2022 के दौरान इनकम के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति अर्जित की।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, विजिलेंस ब्यूरो के एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि जाँच के बाद सोनी के खिलाफ अमृतसर रेंज में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13 (1) (बी) और 13 (2) के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसका आदेश 10 अक्टूबर 2022 को दिया गया था।

प्रवक्ता ने बताया, “1 अप्रैल 2016 से 31 मार्च 2022 तक की जाँच अवधि के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री और उनके परिवार की आय 4,52,18,771 रुपए थी जबकि खर्च 12,48,42,692 रुपए था। यानी आमदनी के मुकाबले खर्च 7,96,23,921 रुपए ज्यादा था।”

प्रवक्ता का दावा है कि आरोपित ओपी सोनी ने अपनी पत्नी सुमन और बेटे राघव सोनी के नाम पर आय से अधिक संपत्ति को अर्जित किया हुआ था। अब इस पूरे मामले में विस्तृत जाँच की जा रही है। वहीं ओपी सोनी की गिरफ्तारी के बाद पेशी भी सोमवार को होनी है।

बता दें कि ओपी सोनी कॉन्ग्रेस के सीनियर लीडर हैं और अमृतसर से पाँच बार चुनाव जीत चुके हैं। वह कॉन्ग्रेस की चन्नी सरकार में डिप्टी सीएम रह चुके हैं और कैप्टन सरकार में कैबिनेट मंत्री थे। उनकी संपत्ति के खिलाफ 10 अक्टूबर 2022 को जारी जाँच आदेश के बाद विजिलेंस ब्यूरो ने यह जाँच की। इस दौरान उनके होटल व अन्य जगहों पर चल रहे निर्माण की भी पैमाइश की गई। बाद में विजिलेंस ब्यूरो ने रविवार को केस दर्ज करके पूर्व डिप्टी सीएम को गिरफ्तार कर लिया गया।

पंजाब में कॉन्ग्रेस नेताओं पर जाँच

उल्लेखनीय है कि विजिलेंस ब्यूरो इस समय कॉन्ग्रेस के पाँच पूर्व विधायकों के खिलाफ जाँच कर रही है। इनके नाम दलवीर सिंह गोल्डी, कुलदीप वैद, सत्कार कौर, मदन लाल जलालपुर और कुशलदीप सिंह ढिल्लों है। इसके अलावा 10 पूर्व मंत्रियों के खिलाफ भी भ्रष्टाचार की जाँच हो रही है। इन नामों में ओपी सोनी, चरणजीत सिंह चन्नी, ब्रह्म मोहिंद्रा, साधु सिंह धर्मसोत, सुंदर शाम अरोड़ा, बलबीर सिंह सिद्धू, गुरप्रीत सिंह कांगड़, भारत भूषण आशु, विजय इंदर सिंगला और संगत सिंह गिलजियां शामिल हैं। इनमें से चार को विजिलेंस ब्यूरो ने अब तक अरेस्ट किया है। इससे पहले अक्टूबर 2022 में, कॉन्ग्रेस के पूर्व मंत्री शाम सुंदर अरोड़ा को अपनी कथित आय से अधिक संपत्ति के मामले को निपटाने के लिए ब्यूरो अधिकारियों को कथित तौर पर 50 लाख रुपए की पेशकश करते हुए गिरफ्तार किया गया था। उससे पहले साधू सिंह की गिरफ्तारी हुई थी।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया