‘राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में केवल अरबपतियों को न्योता’: जिस छत्तीसगढ़ में राहुल गाँधी ने फैलाया झूठ वहीं की कूड़ा बीनने वाली बुजुर्ग को भूले

छत्तीसगढ़ की बिदुला देवी को मिला था राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का न्योता, राहुल गाँधी कह रहे - केवल VIP लोग थे

राहुल गाँधी अक्सर भ्रामक बातें फैलाने के लिए जाने जाते हैं। अब उन्होंने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर भ्रम फैलाया है। छत्तीसगढ़ के कोरबा में ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान राहुल गाँधी ने झूठ फैलाया। इस दौरान उन्होंने लोगों से कहा, “आप मुझे बताओ, राम मंदिर का उद्घाटन हुआ, देखा आपने। उसमें आपने एक भी गरीब आदमी को देखा? एक देखा आपने? उसमें मुझे अमिताभ बच्चन दिखा, ऐश्वर्या राय दिखीं, अम्बानी-अडानी था, सारे के सारे बिजनेस वाले दिखे।”

राहुल गाँधी ने आगे कहा कि उन्हें एक भी गरीब वहाँ नहीं दिखा, एक भी किसान-मजदूर-बेरोजगार नहीं दिखा। राहुल गाँधी ने कहा कि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में एक भी छोटा दुकानदार या चाय वाला उन्हें नहीं दिखा, सारे के सारे अरबपति दिखे। उन्होंने ये तक दावा किया कि अम्बानी-अडानी और उनके बीवी-बच्चों ने वहाँ भाषण दिया। बकौल राहुल गाँधी, गरीबों के लिए इस देश में कुछ नहीं बचा है। आइए, राहुल गाँधी के इस झूठ का पर्दाफाश करते हैं।

असल में राहुल गाँधी ऐसा इसीलिए बोल रहे थे, क्योंकि उन्हें छत्तीसगढ़ की ही बिदुला देवी के बारे में नहीं पता। वही छत्तीसगढ़, जहाँ आजकल राहुल गाँधी की यात्रा पहुँची हुई है। बिदुला देवी छत्तीसगढ़ के गारियाबंद की रहने वाली हैं। उनका पूरा जीवन संघर्षों और गरीबी में बीता। आज भी वो कूड़ा-कचरा बीन कर ही अपना जीवन-यापन करती हैं। भगवान राम के प्रति उनकी भक्ति, आस्था और समर्पण को देखते हुए उन्हें अयोध्या के इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में आने का न्योता मिला था।

उनका नाम तब भी सामने आया था, जब 2021 में राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा जमा किया जा रहा था। जब बिदुला देवी को पता चला कि VHP कार्यकर्ता राम मंदिर के लिए चंदा जमा कर रहे हैं, तब उन्होंने अपने उस दिन की 40 रुपए की कमाई में से 20 रुपए दान कर दिए थे। गारियाबंद के विहिप के जिलाध्यक्ष शिशुपाल सिंह राजपूत ने इसे एक छोटी लेकिन महत्वपूर्ण रकम करार दिया था। उन्होंने ये बात संगठन के अपने वरिष्ठ अधिकारियों को भी बताई।

VHP के राज्य प्रमुख चंद्रशेखर वर्मा ने बिदुला देवी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का न्योता दिया था। हालाँकि, अस्वस्थता के कारण वो इस कार्यक्रम में नहीं पहुँच पाई थीं। लेकिन, बिदुला देवी का कहना है कि वो रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या ज़रूर जाएँगी। राम मंदिर के लिए कारसेवा के दौरान बलिदान देने वाले सभी अधिकतर परिवार के ही लोग थे, उनके परिजनों को भी न्योता मिला। बड़ी संख्या में साधु-संतों ने भी राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में हिस्सा लिया था, इनमें से अधिकतर सामान्य ही थे, VIP नहीं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया