संसद के दोनों सदनों में विपक्ष के हंगामे की वजह से कार्यवाही बार-बार स्थगित होने पर केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने बुधवार (20 जुलाई, 2022) को कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी पर जमकर हमला बोला। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राहुल गाँधी को राजनीतिक रूप से बिना काम के बताते हुए कहा कि वह अब संसद की उत्पादकता कम करने के लिए जी-जान से जुटे हुए हैं।
स्मृति ईरानी ने कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी पर तीखा हमला करते हुए कहा, “अमेठी का सांसद रहते हुए राहुल गाँधी ने संसद में कोई सवाल नहीं पूछा और अमेठी छोड़कर जब वायनाड गए तो 2019 के शीतकालीन सत्र में संसद में उनकी उपस्थिति केवल 40 प्रतिशत थी। कॉन्ग्रेस नेता ने संसद में कोई भी निजी विधेयक पेश नहीं किया है। अब वह संसद की उत्पादकता को कम करना चाहते हैं। जो राजनीतिक रूप से फेल रहे हैं, वो पार्लियामेंटमें चर्चा नहीं होने देना चाहते हैं। संसद में गतिरोध पैदा करना उनका काम ही रहा है। राहुल गाँधी का पूरा राजनीतिक जीवन संसदीय परंपरा का अपमान करने में बीता है।”
केंद्रीय मंत्री ने कहा, “जनता चाहती है कि संसद में उन मुद्दों एवं विषयों पर चर्चा हो जो भारत के हर नागरिक के लिए महत्वपूर्ण हैं। राहुल गाँधी जिनका राजनीतिक इतिहास इस बात से भी प्रतिबिंबित होता है कि वह देश में कब हैं और देश के बाहर कब हैं, वह अपनी पार्टी में चिंता का विषय बन जाते हैं।”
स्मृति ईरानी ने कहा कि राहुल गाँधी ने संसद में कभी सवाल नहीं किया, हमेशा संसदीय कार्यवाही का अपमान किया है। उन्होंने कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी को संसद में गतिरोध पैदा करने का सरगना करार दिया।
राहुल गाँधी पर सीधा निशाना साधते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा, “मैं उनसे कहना चाहती हूँ कि वह भले ही राजनीतिक रूप से भले किसी काम के न हों लेकिन वह संसद की उत्पादकता पर अंकुष लगाने का निरंतर दुस्साहस न करें।”
बता दें कि मानसून सत्र 12 अगस्त तक चलेगा। इस सत्र में मोदी सरकार 24 विधेयकों को पारित कराना चाहती है। वहीं विपक्ष लगातार हंगामे और धरना प्रदर्शन में लगा है। मानसून सत्र के दूसरे दिन मंगलवार (19 जुलाई, 2022) को विपक्ष ने महात्मा गाँधी की प्रतिमा के सामने महँगाई, जरूरी वस्तुओं पर जीएसटी में 5 प्रतिशत की वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन किया। वहीं राहुल गाँधी भी विपक्ष के इस प्रदर्शन में शामिल हुए।
गौरतलब है कि संसद के मानसून सत्र की शुरुआत 18 जुलाई से हुई है लेकिन विपक्ष के हंगामे के चलते दोनों सदनों की कार्यवाही बार-बार स्थगित हो रही है। एक तरफ जहाँ पीएम मोदी ने विपक्ष से शांति बनाए रखने और सर्जनात्मक चर्चा में भाग लेने की अपील की है वहीं विपक्ष जीएसटी, महँगाई, अग्निपथ योजना पर चर्चा कराने की माँग को लेकर प्रदर्शन कर रहा है।