राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में दलित युवक की पीट- पीटकर हत्या किए जाने का मामला उजागर होने के बाद बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने कॉन्ग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने कॉन्ग्रेस से पूछा है कि क्या अब वह यहाँ पर 50 लाख रुपए मुआवजा नहीं देंगे।
रविवार (अक्टूबर 10, 2021) को अपने ट्वीट में बसपा प्रमुख ने कहा, “राजस्थान के हनुमानगढ़ में दलित की पीट-पीट कर की गई हत्या अति-दुःखद व निंदनीय है, लेकिन कॉन्ग्रेस हाईकमान चुप क्यों? क्या छत्तीसगढ़ व पंजाब के सीएम वहाँ जाकर पीड़ित परिवार को 50-50 लाख रुपए की मदद देंगे? बीएसपी जवाब चाहती है वरना दलितों के नाम पर घड़ियाली आँसू बहाना बंद करें।”
https://twitter.com/Mayawati/status/1447015907033632768?ref_src=twsrc%5Etfwमायावती का यह बयान उस समय सामने आया है जब दलित मृतक का परिवार अपने लिए न्याय की माँग कर रहा है और मीडिया से बातचीत में यह भी बोल रहा है, “हमें न्याय चाहिए। बेटे को धोखे से मारा गया। हमें कोई देखने तक नहीं आया। दोषियों की गिरफ्तारी हो।”
https://twitter.com/Republic_Bharat/status/1447068379496411140?ref_src=twsrc%5Etfwउल्लेखनीय है कि हनुमानगढ़ जिले की पीलीबंगा तहसील के प्रेमपुरा गाँव में एक जगदीश नामक दलित युवक की पीट-पीटकर हत्या किए जाने का मामला सामने आया है। घटना की वीडियो भी सोशल मीडिया पर है। मामले में पुलिस केस दर्ज कर चुकी है जिसमें 11 आरोपितों को नामजद किया गया है। वीडियो में एक व्यक्ति ने जगदीश के ऊपर अपना घुटना रखा हुआ है और दूसरे ने उसके पाँव पकड़े हैं। बाकी लोग उसे लाठी मार रहे हैं। वीडियो में दिख रहा है कि कैसे युवक को डंडों से पीटा जाता है, वो ज्यादा चीख-चिल्ला भी नहीं पाता क्योंकि उसका मुँह जमीन में दबाया गया होता है।
राहुल जी आप लखीमपुर की चिंता ना करें वहां योगी जी का शासन है आपके प्रिय गहलोत जी का नहीं!
— Gajendra Singh Shekhawat (@gssjodhpur) October 9, 2021</blockquote
आप राजस्थान के प्रेमपुरा में इस दलित युवक की हत्या पर कुछ कहने की हिम्मत दिखाएं ताकि जनता को मालूम हो कि आप कितने सच्चे हैं?#Prempura#Rajasthan pic.twitter.com/ZUcFUtYrnDउसे गाली दी जाती है और पीटा जाता है। ये सब चलता रहता है। फिर उसके बाल खींच-खींच कर उसे मारा जाता है। वह बताता भी है कि वो दूध लेने गया था लेकिन कोई कुछ सुनने को तैयार नहीं था। रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि मृतक के परिजनों ने 30 लाख मुआवजे और सरकारी नौकरी की माँग की है। हालाँकि प्रशासन ने इस पर हाँ नहीं की है और ये आश्वसान दिया है कि उचित मुआवजा देंगे।