जिन्होंने मुझे माँ के अंतिम संस्कार में जाने नहीं दिया, वही हमें तानाशाह कह रहे: राजनाथ सिंह ने उजागर किया कॉन्ग्रेस का दोगलापन, बोले- जब तक सामर्थ्य मोदी रहेंगे PM

माँ के निधन पर राजनाथ सिंह को नहीं मिली थी पैरोल

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की माँ का निधन ब्रेन हेमरेज से हो गया था, लेकिन उन्हें अंतिम संस्कार में जाने की अनुमति नहीं दी गई थी। इसका जिक्र उन्होंने न्यूज एजेंसी ANI की संपादक स्मिता मिश्रा के पॉडकास्ट में किया है।

इस पॉडकास्ट का कुछ हिस्सा न्यूज एजेंसी ने सोशल मीडिया में शेयर किया है। इसमें रक्षा मंत्री ने पाकिस्तानी आतंकवाद, चीन से लेकर इमरजेंसी के दौर तक विभिन्न मुद्दों पर बात की है। उनकी माँ का निधन भी इमरजेंसी के दौरान ही हुआ था। उस समय राजनाथ सिंह जेल में थे। उन्होंने बताया कि 27 दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहने के बाद उनकी माँ का निधन हो गया, लेकिन अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए इन्हें पैरोल नहीं दिया गया। इसका जिक्र कर उन्होंने कहा कि आज वही लोग हम पर तानाशाही का आरोप लगा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि इंदिरा गाँधी के नेतृत्व वाली कॉन्ग्रेस सरकार ने देश पर इमरजेंसी थोप कर नागरिकों के अधिकारों का खुलेआम दमन किया था।

राजनाथ सिंह ने पॉडकॉस्ट में कहा, “मेरी माँ का 27 दिन अस्पताल में रहने के बाद ब्रेन हैमरेज हो गया था। उस समय मुझे परोल तक नहीं मिली। क्रियाक्रम के लिए भी मुझे परोल नहीं दी गई थी। मैं अपनी माँ से मिल तक नहीं सका। आज ये सभी लोग हमारे ऊपर तानाशाह होने का इल्जाम लगाते हैं। कल्पना करिए। उस समय मेरी माँ ब्रेन हैमरेज के 27 दिन बाद तक वाराणसी के माता आनंदमयी हॉस्पिटल में थीं। उन्होंने फिर भी मुझे परोल नहीं दी।”

रक्षा मंत्री ने पॉडकॉस्ट में इमरजेंसी के अलावा और भी मुद्दों पर बात की। उन्होंने कहा कि जब तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में सामर्थ्य हैं तब तक वही सरकार का नेतृत्व करेंगे। उन्होंने स्मिता प्रकाश के सवाल पूछने पर कहा- “चिंता काहे कर रही हैं। मोदी जी कहीं नहीं जा रहे। चौथे टर्म में भी वही नेतृत्व करेंगे।”

उन्होंने चीन के मुद्दे पर कहा कि नरेंद्र मोदी के पीएम रहते हुए देश की एक इंच जमीन पर भी किसी का कब्जा नहीं हो सकता। उन्होंने पीओके पर कहा, “पीओके हमारा था, हमारा है और हमारा रहेगा। पाकिस्तान अगर आतंकवाद का सहारा लेकर अगर उसने भारत को अस्थिर करने का प्रयास किया तो अंजाम बुरे होंगे। अगर वो आतंकवाद से लड़ने में सक्षम नहीं है तो भारत उनके साथ कॉपरेट करने को तैयार है।”

रक्षा मंत्री ने कहा कि देश में जिन लोगों इमरजेंसी को लागू किया वो लोग भाजपा पर तानाशाह होने का इल्जाम लगाते हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें उस समय जेल में इसलिए डाला गया था क्योंकि वो इमरजेंसी को लेकर लोगों में जागरूकता पैदा करते थे कि किस तरह से ये आपातकाल घातक है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया