JDU से निकले उपेंद्र कुशवाहा, नई पार्टी बनाई: जाते-जाते महागठबंधन सरकार में नीतीश कुमार की ‘औकात’ बताई, बोले- तेजस्वी असली CM

उपेंद्र कुशवाहा ने जदयू से अलग होकर नई पार्टी बनाने का किया ऐलान (फाइल फोटो)

जदयू नेता उपेंद्र कुशवाहा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी से अलग होकर नए दल के गठन का ऐलान कर दिया है। कभी मोदी सरकार में केंद्रीय राज्यमंत्री रहे उपेंद्र कुशवाहा द्वारा 8वीं बार पाला बदलने से बिहार की राजनीति में भी एक प्रकार की गर्माहट आ गई है। जदयू छोड़ते हुए कुशवाहा ने स्पष्ट कहा कि सीएम नीतीश कुमार की नीयत ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि उन्होंने नीतीश कुमार का साथ दिया, लेकिन बदले में उन्हें धोखा मिला।

उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि 2005 की जीत ने नीतीश कुमार को कर्पूरी ठाकुर के विरासत की जिम्मेदारी दी, उन्होंने उस विरासत को आगे बढ़ाने का काम अपने शासनकाल के दौरान काफी अच्छे तरीके से किया – बिहार को खौफनाक मंजर से बाहर निकाला और लोगों के बीच शांति कायम हुई, विकास हुआ। उन्होंने इस कार्य के लिए नीतीश की तारीफ़ की, लेकिन ‘अंत भला तो सब भला’ कहवत का जिक्र करते हुए कहा कि अंत ही बुरा हो गया।

उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि नीतीश कुमार आज जिस ओर चल पड़े हैं, वो न सिर्फ उनके बल्कि उनकी पार्टी और बिहार की जनता के लिए भी बहुत बुरा है। कुशवाहा ने 2020 विधानसभा चुनाव का भी जिक्र किया, जब वो नीतीश के साथ आ गए थे। उन्होंने कहा कि जनता का आदेश था कि अगर हम बँटे रहे तो बिहार में पुरानी स्थिति लौट आएगी। बकौल कुशवाहा, नीतीश ने उन्हें आवाज़ दी और उन्होंने सब कुछ न्योछावर कर के उनके साथ दिया।

उपेंद्र कुशवाहा ने कहा, “कुछ लोग आरोप लगाते हैं कि मैंने अपनी पार्टी RLSP (जिसका जदयू में विलय कर दिया गया था) को ज़िंदा रखने का काम किया, लेकिन ये सरासर झूठ है। मेरे मन में कुछ नहीं था। मेरी राजनीति में जो कुछ भी था, सब मैंने नीतीश कुमार के कहने पर उन्हें दे दिया। लेकिन, बाद में भाजपा गठबंधन से हट कर नया गठबंधन बनाने की बात हुई तो उसे भी हमने पार्टी की मजबूरी समझ कर स्वीकार किया।”

लेकिन उपेंद्र कुशवाहा ने दावा किया कि गठबंधन बनने के समय उन्होंने ये सुझाव दिया था कि इसका नेतृत्व नीतीश कुमार अपने हाथ में रखें और इसका आश्वासन भी मिले, लेकिन सरकार बनने के कुछ ही दिन बाद राजद नेताओं द्वारा गठबंधन पर टिप्पणियों की चर्चाएँ होने लगीं और नीतीश कुमार भी कहने लगे कि वो बिहार का भविष्य तेजस्वी यादव को सौंपना चाहते हैं, उन्हें सीएम बनाना चाहते हैं। कुशवाहा ने कहा कि पार्टी के साथी और आम जनता की सलाह पर उन्होंने कर्पूरी ठाकुर की विरासत को बुरे हाथों में मूकदर्शन बन कर देखने की बजाए नया रास्ता निकाला।

जदयू की सदस्यता और MLC पद से इस्तीफा देने का ऐलान करते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने ‘राष्ट्रीय लोक जनता दल (RLJD)’ नाम से नई पार्टी बनाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव ही फ़िलहाल बिहार के असली सीएम हैं और नीतीश बस डिप्टी सीएम बन कर रह गए हैं। इस दौरान ‘नीतीश कुमार चोर है’ के नारे भी लगे, लेकिन उपेंद्र कुशवाहा ने डाँट कर लोगों को चुप कराया। इस तरह बिहार का ‘जनता परिवार’ फिर बिखर गया।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया