एयरटेल ने कहा- फोन में मालवेयर हो सकता है, एंटी वायरस इंस्टॉल करें; सागरिका घोष ने किया दावा- विपक्षी MP की जासूसी करवा रही मोदी सरकार

सागरिका घोष (बाएँ) ने फोन हैकिंग का किया दावा (फोटो साभार : जागरण)

तृणमूल कॉन्ग्रेस की राज्यसभा सांसद और पूर्व ‘पत्रकार’ सागरिका घोष ने एक्स पर ये दावा किया है कि उनका फोन मोदी सरकार हैक कर रही है। उन्होंने एटरटेल के हवाले से दावा किया है कि उनका सिस्टम (मोबाइल फोन) मालवेयर (वायरस) से संक्रमित हो सकता है।

एयरटेल द्वारा भेजे गए मेल में लिखा है, “प्रिय ग्राहक, हमें CERT-IN द्वारा सूचना दी गई है कि आपका डिवाइस बॉट/मालवेयर से संक्रमित है।” इसके आगे एयरटेल ने सागरिका घोष से उनके सिस्टम में एंटी वायरस और एंटी-स्पाईवेयर सॉफ्टवेयर इंस्टाल करने की सिफारिश की है।

शुक्रवार (22 मार्च 2024) को सागरिका घोष ने पूछा था, ”कुछ दिन पहले यह ईमेल मिला। क्या यहाँ कोई जानता है कि साइबर स्वच्छता क्या है? और इसे कैसे पता चलेगा कि मेरे सिस्टम में मैलवेयर है?”

एक दिन बाद शनिवार (23 मार्च 2024) को उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी सांसद होने के कारण उनका फोन हैक किया जा रहा है। उन्होंने लगभग बेशर्मी से लिखा, “अपडेट: एयरटेल से दोबारा बात की। ये उतना हानिरहित नहीं है जितना उन्होंने सोचा था। उन्हें मेरे फोन में सेंध(हैकिंग) की कोशिश का शक है। प्रिय भारतीय कंप्यूटर आपातकालीन प्रतिक्रिया टीम, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय: एक विपक्षी सांसद का फोन क्यों हैक किया जा रहा है।”

सागरिका घोष, जो फर्जी खबरें फैलाने में नई नहीं हैं ने कहा कि विपक्षी पार्टी की सांसद होने की वजह से उनके फोन को हैक किया जा सकता है। उन्होंने पूछा, “मुझे एयरटेल इंडिया से यह ईमेल क्यों प्राप्त हुआ है?”

उनके विवादास्पद ट्वीट पोस्ट करने के बाद, कई सोशल मीडिया यूजर ने बताया कि जब कोई उपयोगकर्ता अनधिकृत ऐप डाउनलोड करता है तो इंटरनेट सेवा प्रदाता ऐसे संदेश भेजते हैं।

एक नेटिज़न ने ट्वीट किया, “शायद यह एक मैलवेयर/वायरस हमला है जो तब होता है जब कोई अनधिकृत ऐप्स इंस्टॉल करता है।”

एक अन्य यूजर ने सागरिका घोष से अनजान ऐप्स इंस्टॉल न करने को कहा।

एक यूजर ने टीएमसी सांसद से कहा, ”यह एक मैलवेयर है। ऐसा आपके द्वारा देखे गए वेब पेजों के कुछ ख़राब चयन के कारण हो सकता है…” बता दें कि सागरिका घोष को टीएमसी ने इसी साल राज्यसभा सांसद बनाया है। इससे पहले वो खुद को ‘निष्पक्ष’ पत्रकार कहती रही थी।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया