‘पूर्व नौसैनिकों पर क़तर से शाहरुख़ खान ने कराई भारत की डील, उन्हें साथ लेकर जाएँ PM मोदी’: अजीबोगरीब दावा कर हँसी का पात्र बने सुब्रमण्यन स्वामी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ट्वीट के जवाब में सुब्रमण्यन स्वामी का अजीबोगरीब दावा, शाहरुख़ खान को लेकर कही ये बात (बाएँ से दाएँ)

हाल ही में भारत सरकार ने क़तर में मौत की सज़ा पाए 8 पूर्व भारतीय नौसेना अधिकारियों की सकुशल घर-वापसी सुनिश्चित कराई है। पहले इन पूर्व नौसैनिकों की सज़ा घटाई गई, उसके बाद उन्हें रिहा कर दिया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय विदेश मंत्री S जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल की इसके लिए जम कर तारीफ़ हो रही है। हालाँकि, सुब्रमण्यन स्वामी ने इसमें शाहरुख़ खान वाला एंगल खोज लिया है, जो न सिर्फ अजीब है बल्कि हास्यास्पद भी है।

असल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने बताया कि अगले 2 दिनों में वो UAE और क़तर के दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वो कई कार्यक्रमों का हिस्सा बनेंगे और इन दोनों देशों के साथ भारत के द्विपक्षीय रिश्तों में भी मजबूती आएगी। पीएम मोदी ने बताया कि PM बनने के बाद ये उनका UAE का 7वाँ दौरा होगा, जो भारत-यूएई की दोस्ती की महत्ता की तरफ इशारा करता है। उन्होंने कहा कि वो अपने भाई राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायेद से मिलने के लिए भी उत्साहित हैं।

पीएम मोदी ने ये भी बताया कि उन्हें UAE के पहले हिन्दू मंदिर के उद्घाटन का सौभाग्य भी प्राप्त हो रहा है। अबुधाबी में एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारतीय समुदाय से भी मुलाकात करेंगे। दुबई में ”वर्ल्ड गवर्नमेंट्स समिट (WGS)’ में भी उन्हें हिस्सा लेना है और साथ ही दुबई के शासक HH शेख मुहम्मद से भी मुलाकात करनी है। साथ ही उन्होंने क़तर के अमीर तमीम बिन हमाद अल थानी से मुलाकात को लेकर भी बात की और कहा कि उनके तहत क़तर अत्यधिक विकास कर रहा है।

इस ट्वीट की रिप्लाई में सुब्रमण्यन स्वामी टपक पड़े और लिखा, “मोदी को अपने साथ सिनेमा स्टार शाहरुख़ खान को लेकर क़तर जाना चाहिए। जब केंद्रीय विदेश मंत्रालय (MEA) और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) क़तर के शेखों को मनाने में विफल हो गए, तब मोदी ने शाहरुख़ खान से विनती की कि वो हस्तक्षेप करें। इसके बाद हमारे पूर्व नौसेना अधिकारियों की रिहाई के लिए क़तर के शेखों के साथ एक बहुत ही खर्चीली डील हुई।”

सुब्रमण्यन स्वामी का ये दावा हैरान करने वाला है, क्योंकि शाहरुख़ खान का इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है। क़तर ने इन कैदियों को काउंसलर एक्सेस मुहैया कराया था और भारतीय दूतावास ने उनकी मदद की, भारतीय नौसेना और विदेश मंत्रालय ने मामले के कानूनी पहलुओं को समझा, क़तर के सर्वोच्च न्यायालय में अपील की तैयारी की गई। कूटनीतिक रास्ते से ये जीत मिली। सुब्रमण्यन स्वामी अक्सर अजीबोगरीब दावे कर के हास्य का पात्र बनते रहते हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया