BJP नेता तेजिंदर बग्गा को मोहाली ले जा रही पंजाब पुलिस को हरियाणा में रोका गया, मामले में आया नया मोड़

बग्गा पर पंजाब में दर्ज FIR हाईकोर्ट ने रद्द की (फाइल फोटो)

भाजपा नेता तजिंदर पाल सिंह बग्गा को लेकर हुई गिरफ्तारी से सियासी घमासान छिड़ गई है। बग्गा को पंजाब पुलिस गिरफ्तार करके मोहाली ले जा रही थी तो हरियाणा पुलिस ने कुरुक्षेत्र में रोक लिया है। दिल्ली पुलिस ने पंजाब पुलिस के खिलाफ अपहरण का केस दर्ज कर लिया है। जिसके बाद बग्गा को ले जाने वाले काफिले को हरियाणा पुलिस ने रोक लिया। इससे पहले बीजेपी कार्यकर्ताओं ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब पुलिस के खिलाफ जनकपुरी थाने के बाहर बग्गा की गिरफ्तारी को लेकर विरोध प्रदर्शन किया।

बताया जा रहा है कि गिरफ्तारी के दौरान लगभग 50 पुलिसकर्मी मौजूद थे। वे लगभग 1 दर्जन वाहनों से आए थे। बग्गा की गिरफ्तारी दिल्ली के उनके घर से की गई। इस घटनाक्रम पर तेजिंदर बग्गा के पिता ने ऑपइंडिया से बात करते हुए बताया था, “पहले मेरे घर में 2 पुलिसकर्मी घुसे। वो मुझ से सामान्य ढंग से बात कर रहे थे। उस समय घर पर तेजिंदर और उनके अलावा कोई नहीं था। उसी समय तेजिंदर कपड़े पहन कर बाहर आए। थोड़ी बातचीत के बाद कई पुलिसकर्मी मेरे घर में जबरन घुस गए। उनके इस काम की मैं वीडियो बनाने लगा। इसी दौरान एक पुलिसकर्मी मुझे खींच कर कमरे की तरफ ले गया और मुझ से हाथापाई की।”

तेजिंदर के पिता ने आगे बताया, “इसके बाद वो तेजिंदर को खींच कर बाहर ले गए और हिरासत में ले लिया। पुलिसकर्मियों ने बग्गा को उनकी पगड़ी तक नहीं पहनने दी, जबकि उसने इसे पहनने की गुजारिश की। पुलिसवाले बग्गा का फोन भी अपने साथ ले गए।”

इससे पहले 2 अप्रैल 2022 को भाजपा युवा मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने बताया था कि पंजाब पुलिस उनके दिल्ली स्थित घर पर गिरफ्तारी के लिए आई थी। तब बग्गा ने कहा था कि पुलिस ने यह कदम बिना किसी पूर्व सूचना के और बिना FIR की कॉपी दिए ही उठाया था जो कानून के हिसाब से अनुचित है। 

गौरतलब है कि बग्गा सोशल मीडिया पर अरविंद केजरीवाल के खिलाफ काफी मुखर रहे हैं। पिछले दिनों बग्गा ने कहा था, “पूरे देश के सबसे बड़े नरसंहार का दिल्ली विधानसभा में मज़ाक उड़ाया गया। अरविंद केजरीवाल के मुताबिक द कश्मीर फाइल्स फिल्म में दिखाया गया कश्मीरी पंडितों का नरसंहार झूठ है। मुझे लगता है कि 100 करोड़ हिन्दू इसे कभी नहीं भूलेंगे।”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया