2024 से पहले ही नीतीश कुमार रेस से हटे, बिहार में तेजस्वी यादव का चेहरा भी कबूला: कहा- मैं PM कैंडिडेट नहीं, BJP की हार मकसद

नीतीश का ऐलान, तेजस्वी के नेतृत्व में 2025 का चुनाव (फाइल फोटो, साभारः ABP न्यूज)

बिहार में जब से नीतीश कुमार (Nitish Kumar) बीजेपी को छोड़कर लालू यादव की राजद के साथ गए हैं, दो सवाल लगातार पूछे जा रहे हैं। पहला, बिहार में वे लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) का नेतृत्व कब स्वीकार करेंगे? दूसरा, क्या वे 2024 में नरेंद्र मोदी के खिलाफ विपक्षी दलों के प्रधानमंत्री उम्मीदवार होंगे?

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दोनों सवालों का जवाब दे दिया है। इससे लगता है कि 2024 के आम चुनावों से पहले ही उन्होंने घुटने टेक दिए हैं। उन्होंने खुद को रेस से बाहर करते हुए कहा है कि वे प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी के दावेदार नहीं हैं। साथ ही स्पष्ट कर दिया है कि 2025 का बिहार विधानसभा चुनाव राजद नेता व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के नेतृत्व में लड़ा जाएगा।

नीतीश कुमार ने ये बातें सोमवार (12 दिसंबर 2022) को अपनी अध्यक्षता में हुई महागठबंधन की बैठक में कही। यह बैठक विधानसभा के सेंट्रल हॉल में हुई। महागठबंधन में नीतीश कुमार की जेडीयू, राजद के अलावा कॉन्ग्रेस, वाम दल और पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी की हम जैसी पार्टियाँ भी शामिल हैं। यह बैठक ऐसे समय में हुई है जब कुढ़नी में हुए उपचुनाव में जेडीयू को बीजेपी के हाथों शिकस्त झेलनी पड़ी है।

नीतीश कुमार ने बैठक में कहा कि 2025 का विधानसभा चुनाव बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। बिहार की जो भी सेवा करनी थी, वह वे कर चुके हैं। अब आगे की सेवा तेजस्वी यादव करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वे पीएम पद की उम्मीदवारी के दावेदार नहीं ​हैं।

नीतीश कुमार ने कहा, “मेरी इच्छा केवल इतनी है कि 2024 के पहले सभी विपक्षी दल एक मंच पर आएँ। जब तक सारे विपक्षी दल एक मंच पर नहीं आएँगे, तब तक बीजेपी को 2024 में हराना नामुमकिन है। मेरा मुख्य उद्देश्य 2024 में किसी भी तरह से बीजेपी को हराना है। जब तक बीजेपी केंद्र में रहेगी, तब तक बिहार का समुचित विकास नहीं हो पाएगा। इसलिए मैं हर हाल में बीजेपी को 2024 में केंद्र से हटाना चाहता हूँ और इसके लिए जो भी बन पड़ेगा, वह मैं जरूर करूँगा।”

रिपोर्ट्स के मुताबिक नीतीश कुमार ने कहा, “2025 का विधानसभा चुनाव तेजस्वी यादव के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। मेरा लक्ष्य 2024 लोकसभा में भाजपा के हराना है। मैं सीएम या पीएम पद का उम्मीदवार नहीं बनना चाहता हूँ।” इस दौरान वित्त मंत्री और जदयू के वरिष्ठ नेता विजय चौधरी ने बताया कि बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह साफ कर दिया कि उनके बाद तेजस्वी यादव नेतृत्व होगा।

राजद विधायक राहुल तिवारी ने बताया कि बैठक में मुख्यमंत्री ने उन विधायकों को भी चेताया है, जो यह कहते हैं कि हमारी बात अधिकारी नहीं सुनते हैं। नीतीश कुमार ने विधायकों से कहा कि गलत पैरवी लेकर जाएँगे तो अधिकारी आपकी नहीं सुनेंगे। सही पैरवी करें तो अधिकारी सुनेंगे। यदि सम्मान पाना है तो गलत का साथ छोड़ दीजिए।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया