‘चुनाव के बाद केंद्रीय बल चले जाएँगे, TMC के साथ रहना होगा’: ममता के विधायक ने जनता को खुलेआम धमकाया, BJP समर्थकों को कह चुके हैं ‘नमकहराम’

टीएमसी विधायक हबीबुल रहमान ने लोगों को धमकाया

लोकसभा चुनाव से पहले बंगाल में तृणमूल कॉन्ग्रेस के विधायक हमीदुल रहमान 11 अप्रैल को जनता को सरेआम धमकाते हुए मिले। गरुवार (11 अप्रैल 2024) को उत्तर दिनाजपुर जिले के माझियाली गाँव में एक सार्वजनिक बैठक के दौरान लोगों से कहा कि केंद्रीय अर्धसैनिक बल 26 तारीख तक सिर्फ बंगाल में रहेगा उसके बाद तो टीएमसी के साथ ही उन्हें रहना होगा।

रहमान ने जनता को धमकाते हुए कहा, “अपना वोट बर्बाद करने की या कोई हरकत करने की हिम्मत मत करना। केंद्रीय बल 26 तारीख को चला जाएगा और आप लोग हमारे बलों के साथ ही रह जाएँगे। उस समय फिर जो होगा उसकी शिकायत मत करना वो तुम्हारी अपनी किस्मत होगी।”

हमीदुल रहमान ने मतदाताओं को साल 2021 के विधानसभा चुनावों के बाद की याद और 2023 में हुए पंचायत चुनावों के बाद की याद दिलाई जब टीएमसी ने चुनाव जीतने के बाद ‘खेला होबे’ के नाम पर जगह-जगह भाजपा समर्थकों, कार्यकर्ताओं के खिलाफ हिंसा की थी।

बता दें कि इससे पहले भाजपा समर्थकों को इन्हीं हमीदुल रहमान ने ‘नमकहराम’ कहा था। उन्होंने घोषणा की थी कि चुनाव के बाद इन लोगों से वह सख्ती से निपटेंगे। रहमान ने कहा था, “हमारे पूर्वजों ने कहा है कि उन लोगों को धोखा मत दो जो तुम्हें खाना खिलाते हैं…चुनाव के बाद, हमें उन लोगों से मिलना होगा जो हमें धोखा देंगे। बेईमान लोगों के साथ खेला होबे (हिंसा का खेल खेला जाएगा)। हम चाहते हैं कि दीदी (इसका जिक्र करते हुए) सीएम बनें।” उनके इस बयान के बाद भाजपा ने शिकायत दर्ज कराई थी।

गौरतलब है कि एक ओर टीएमसी विधायक सामान्य जनता को खुलेआम धमका रहे हैं और दूसरी ओर राज्य में भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमले होने शुरू हो गए हैं। 24 मार्च को पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के कैनिंग उपखंड के माथेर दिघी गाँव में तृणमूल कॉन्ग्रेस के गुंडों की भीड़ ने कई भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमला किया था। इस दौरान उन्होंने भाजपा के कैनिंग पुरबा मंडल नंबर 3 के मंडल अध्यक्ष और कई अन्य कार्यकर्ताओं की पिटाई की थी। इस हमले का आरोप भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने हुसैन शेख नामक व्यक्ति पर लगाया है, जो टीएमसी विधायक शौकत मोल्ला का करीबी सहयोगी बताया जाता है। उन्होंने चुनाव आयोग से शेख के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करने का अनुरोध किया था।

उससे पहले 23 मार्च की सुबह एक भाजपा कार्यकर्ता शांतनु घोराई का शव उसके घर के पास धान के खेत में पाया गया था। यह घटना पश्चिम बंगाल के पश्चिम मेदिनीपुर जिले के खड़गपुर उपखंड के पिंगला गाँव में हुई थी। कार्यकर्ता के पिता ने टीएमसी पर हत्या का आरोप लगाया था। उन्होंने बताया था कि शांतनु को भाजपा का समर्थन करने पर धमकी आती थी। उसकी हड्डी तोड़ने और जान से मारने की बात होती थी।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया