TMC नेता सायोनी घोष को त्रिपुरा पुलिस ने हत्या के प्रयास के जुर्म में किया गिरफ्तार, BJP कार्यकर्ताओं पर गाड़ी चढ़ाने का आरोप

सायोनी घोष

युवा तृणमूल कॉन्ग्रेस की अध्यक्ष और अभिनेत्री सायोनी घोष को त्रिपुरा पुलिस ने हत्या के प्रयास में अगरतला से गिरफ्तार किया है। घोष को सोमवार को कोर्ट के समक्ष पेश किया जाएगा। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और टीएमसी के महासचिव अभिषेक बनर्जी सोमवार (22 नवंबर 2021) को त्रिपुरा के दौरे पर जा रहे हैं। उनके इस दौरे से पहले सायोनी घोष की गिरफ्तारी से सियासी पारा चढ़ गया है।

टीएमसी के मुताबिक, सायोनी घोष जिस होटल में ठहरी थीं, वहाँ त्रिपुरा पुलिस गई और सायोनी घोष को पूछताछ के लिए थाने बुलाई। टीएमसी का कहना है कि पुलिस ने सायोनी को यह नहीं बताया कि आखिर किस मामले में पूछताछ के लिए उन्हें बुलाया जा रहा है। जब टीएमसी नेता कुणाल घोष सहित कई कार्यकर्ता थाने पहुँचे तब पता चला कि भाजपा कार्यकर्ताओं पर गाढ़ी चढ़ाने का आरोप लगाते हुए सायोनी को हत्या का प्रयास में गिरफ्तार किया गया है।

वहीं, तृणमूल कॉन्ग्रेस के सदस्यों ने अगरतला स्थित एक पुलिस स्टेशन के भीतर बीजेपी कार्यकर्ताओं पर पीटने का आरोप लगाया। टीएमसी का आरोप है कि थाने में राज्य पुलिस के सामने बीजेपी के लोगों ने उन्हें लाठियों से पीटा और पथराव भी किया। हालाँकि, बीजेपी ने इस तरह के आरोपों को आधारहीन बताया है।

टीएमसी का आरोप है कि थाने पहुँचने के कुछ मिनट बाद जब सायोनी घोष पूछताछ के लिए गई तो करीब 25 भाजपा कार्यकर्ता हेलमेट पहने और हाथ में लाठियाँ लेकर वहाँ पहुँचे और थाने के अंदर ही टीएमसी के कार्यकर्ताओं पर हमला कर दिया। टीएमसी का दावा है कि इस हमले में टीएमसी के कई कार्यकर्ता घायल हुए हैं।

टीएमसी कार्यकर्ता कुणाल घोष ने त्रिपुरा में जंगलराज का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, “सायोनी घोष को अन्यायपूर्ण तरीके से गिरफ्तार किया गया। धिक्कार है त्रिपुरा सरकार को। थाने में हमलावरों को गिरफ्तार नहीं किया गया। सायोनी को गिरफ्तार कर लिया गया।”

इस मामले में टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें एक व्यक्ति का खून बह रहा है और पुलिसकर्मी उपद्रवियों को खदेड़ते देखे जा रहे हैं। उन्होंने लिखा, “बिप्लब देब इतने बेशर्म हो गए हैं कि अब सुप्रीम कोर्ट के आदेश भी उन्हें परेशान नहीं करते हैं। उन्होंने बार-बार हमारे समर्थकों और हमारी महिला उम्मीदवारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के बजाय उन पर हमला करने के लिए गुंडे भेजे हैं। भाजपा की सरकार में लोकतंत्र का मजाक उड़ाया जा रहा है।”

हालाँकि, त्रिपुरा भाजपा के प्रवक्ता नरेंद्र भट्टाचार्य ने टीएमसी के आरोपों को खारिज किया है। उन्होंने कहा कि त्रिपुरा की जनता टीएमसी नेताओं से बहुत नाराज है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया