‘सत्ता में आएँगे तो अधिकारियों से निपटेंगे’: छापे से भड़के अखिलेश यादव, फोन टैपिंग के आरोप पर बोले CM योगी- ऐसा काम वही करते हैं

यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और सपा प्रमुख अखिलेश यादव

अपने सहयोगियों पर इनकम टैक्स के छापों से भड़के समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) पर उनका फोन टैप कराने का आरोप लगाया है। इसके बाद सीएम योगी ने पलटवार करते हुए कहा कि उनकी (अखिलेश यादव) की तरफ से यह कृत्य किए जाते होंगे, इसलिए उन्हें ऐसा लग रहा है। वहीं, अखिलेश यादव ने सत्ता में आने पर अधिकारियों से निपटने की धमकी दी है।

मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा कि इनकम के छापे एक रुटीन प्रक्रिया के हिस्सा होते हैं, इसमें सरकार को कोई हस्तक्षेप नहीं होता। ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है, कॉन्ग्रेस के समय में भी ऐसा होता था। उन्होंने कहा कि आखिर इनकी आय से अधिक संपत्ति का मामला है। सीएम योगी ने आगे कहा, “पाँच साल के कार्यकाल में संपत्ति 200 गुना ज्यादा बढ़ जाए, ये क्या है? और आप इसे स्वीकार नहीं कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि अखिलेश की बौखलाहट ‘चोर की दाढ़ी में तिनका’ वाली बात है।

दरअसल, सहयोगियों के ठिकानों पर छापेमारी के बाद अखिलेश यादव ने रविवार (19 दिसंबर) को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सीएम योगी पर फोन टैपिंग का आरोप लगाया। अखिलेश यादव ने कहा, ”हमारे सभी फोन टैप किए जा रहे हैं और उसे सुना जा रहा है। हमारे जितने भी फोन हैं, समाजवादी पार्टी कार्यालय के या हमारे संबंधी के या जितने भी लोग हैं, उनके मोबाइल को सुना जा रहा है।”

इतना ही नहीं अखिलेश ने यहाँ तक आरोप लगा दिया कि उनके कार्यालय के सभी लैंडलाइन नंबर भी टैप किए जा रहे हैं। उन्होंने पत्रकारों से कहा, ”आप लोग भी सावधान रहें। अगर हमसे फोन पर बात करते हैं तो जरूर सावधान रहें।” उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री खुद शाम को फोन की रिकॉर्डिंग सुनते हैं।

अखिलेश यादव ने आगे कहा, “अभी तो आयकर विभाग आया है। आगे प्रवर्तन निदेशालय (ED) आएगा, सीबीआई (CBI) आएगी।” सपा प्रमुख ने कहा कि इस साल के शुरुआत में हुए पश्चिम बंगाल चुनावों के दौरान इसी तरह के हथकंडे अपनाए थे और परिणाम सभी के सामने हैं।

अखिलेश ने धमकी देने वाले अंदाज में कहा कि वह उन अधिकारियों से परिचित हैं, जो इस तरह की ‘गंदी चाल चल रहे हैं’ और वे सत्ता में आएँगे तो इन अधिकारियों से उचित तरीके से निपटेंगे। उन्होंने कहा कि आईएएस (IAS) का मतलब ‘इन्विज़िबल आफ्टर सरकार’ होता है और यही सरकार के इशारे पर काम कर रहे हैं।

दरअसल, लखनऊ में अखिलेश यादव के करीबियों पर आय से अधिक संपत्ति के मामले में शनिवार को शुरू हुई छापेमारी रविवार को भी जारी है। इनमें अखिलेश सरकार सरकार में OSD रहे जैनेंद्र उर्फ नीटू यादव, अखिलेश यादव के नजदीकी कारोबारी राहुल भसीन और मैनपुरी में मनोज यादव के नाम शामिल हैं। लखनऊ में नीटू यादव के आवास पर और मऊ में राजीव राय के घर में लगभग 15 घंटे बाद छापेमारी खत्म हुई।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया