‘साड़ी फाड़ी, अंडरवियर उतारा, नंगा घुमाया’ – पश्चिम बंगाल में महिला कैंडिडेट ने FIR में बताया चुनाव के दिन क्या-क्या हुआ

बंगाल में महिला उम्मीदवार के नग्न परेड पर बीजेपी ने सीएम ममता बनर्जी को घेरा (फोटो साभार: केरल कौमुदी/ET)

मणिपुर में महिलाओं के नग्न परेड का वीडियो वायरल होने के बाद अब पश्चिम बंगाल से भी इस तरह की एक घटना सामने आई है। कथित तौर पर पंचायत चुनाव के दौरान एक महिला उम्मीदवार को नंगा कर सत्ताधारी दल तृणमूल कॉन्ग्रेस (TMC) के गुंडों ने पूरे गाँव में घुमाया। ANI की रिपोर्ट के अनुसार उन्हें पीटा गया, सरेआम छेड़छाड़ की गई। घटना 8 जुलाई 2023 की है। इसी दिन राजनीतिक हिंसा के लिए कुख्यात बंगाल में पंचायत चुनाव के लिए वोट डाले गए थे।

जागरण की रिपोर्ट के अनुसार ग्राम पंचायत चुनाव की एक महिला उम्मीदवार ने तृणमूल कॉन्ग्रेस के कार्यकर्ताओं पर छेड़छाड़ और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। कहा है कि आठ जुलाई को उसे नंगा कर पूरे गाँव में घुमाया गया। घटना हावड़ा जिले के पांचला इलाके की है। पांचला थाने में इस संबंध में एफआईआर दर्ज कराई गई है। एफआईआर में टीएमसी कैंडिडेट हेमंत राय, नूर आलम, अल्फी एसके, रणबीर पांजा संजू, सुकमल पांजा समेत कई को नामजद किया गया है।

महिला ने बताया है कि टीएमसी के करीब 40 से 50 गुंडों ने उसके साथ मारपीट की। उसके सीने और सिर पर डंडे से हमला किया। उसे मतदान केंद्र के बाहर फेंक दिया। रिपब्लिक की रिपोर्ट के अनुसार पीड़ित महिला के अनुसार उसके कपड़े फाड़ने की कोशिश की गई। उसे नग्न होने के लिए मजबूर किया गया। उसे गलत तरीके से छुआ गया और सरेआम छेड़छाड़ की गई। पीड़िता के अनुसार जब टीएमसी के कुछ कार्यकर्ता उसके साथ मारपीट कर रहे थे तो उनके एक नेता ने उन्हें उनके कपड़े फाड़ने के लिए उकसाया।

बंगाल भाजपा के सह प्रभारी अमित मालवीय ने ट्वीट कर दावा किया है इस मामले में एफआईआर भी तब दर्ज की गई, जब बीजेपी ने इसके लिए दबाव बनाया। उन्होंने कहा है, “क्या आपको जरा भी शर्म है ममता बनर्जी? आपके सचिवालय से कुछ ही दूर हावड़ा के पंचला में 8 जुलाई 2023 को पंचायत चुनाव के दिन ग्राम सभा की एक महिला उम्मीदवार को पीटा गया, नग्न कर घुमाया गया। आपकी पुलिस ने तब एफआईआर दर्ज की जब बीजेपी ने दबाव डाला।” उन्होंने ममता बनर्जी को असफल मुख्यमंत्री बताते हुए बंगाल पर ध्यान देने की सलाह दी है।

उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल में 63229 ग्राम पंचायतों के लिए 8 जुलाई को वोट पड़े थे। 11 जुलाई को मतगणना हुई थी। यह चुनाव नतीजों से ज्यादा हिंसा के लिए चर्चा में रहा था। मतदान के दिन मुर्शिदाबाद, कूच बिहार, मालदा, दक्षिणी 24 परगना, उत्तरी दिनाजपुर और नादिया सहित कई जिलों से बूथ पर कब्जे, बैलेट बॉक्स को नुकसान पहुँचाने, राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं और चुनावी अधिकारियों को निशाना बनाने के आरोप टीएमसी के गुंडों पर लगे थे। इसी तरह मतगणना के दिन भी कर्मचारियों से लेकर नेताओं की पिटाई के कई मामले सामने आए थे। टीएमसी को 28985 और बीजेपी को 7764 सीटों पर जीत मिली थी।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया