Pak ने किया था जिस Avenger को मार गिराने का दावा, IAF ने उड़ाया वही विमान

पाकिस्तान को मुँह चिढ़ाता Avenger-1 (तस्वीर दूरदर्शन से साभार)

बालाकोट एयर स्ट्राइक के जवाब में हुई हवाई झड़प में पाकिस्तान विंग कमांडर अभिनंदन के अलावा जिस दूसरे लड़ाकू विमान को मार गिराने का दावा कर रहा था, हिंदुस्तान ने आज वायु सेना दिवस पर उसी को उड़ा कर पाकिस्तान को करारा तमाचा मारा है। यही नहीं, अभिनंदन वर्तमान समेत फरवरी की उस संक्षिप्त जंग में पाकिस्तानी एयर फ़ोर्स को धूल चटाने वाले विमान के चालक दल के सैनिक भी वायुसेना की परेड का हिस्सा बने। 87वें वायु सेना दिवस पर यह नज़ारा दिल्ली के पास स्थित हिंडन वायु सेना बेस, गाज़ियाबाद पर देखने को मिला।

पाकिस्तान को मुँह चिढ़ाता ‘Avenger-1’

परेड का एक हिस्सा था वायुसेना का Avenger नामक battle formation (हवा में युद्धक विमानों का व्यूह)। इसमें शामिल थे तीन मिराज-2000, और उन्हें अपने सुरक्षा घेरे में लिए हुए दो Sukhoi-30MKI। और इन्हीं Sukhoi-30MKI में से एक का नाम है Avenger-1, जिसके लिए पाकिस्तानी वायु सेना ने दावा किया था कि उसने इस विमान को 27 फरवरी की झड़प में मार गिराया था। हिंदुस्तान ने उस समय भी इस दावे को सिरे से नकार दिया था, और आज उस विमान का दुनिया के सामने प्रदर्शन कर पाकिस्तान के मुँह पर जवाब फेंक कर मारा है। Avenger-1 के चालक दल के सदस्य वही वायु सैनिक थे, जिन्होंने इस Sukhoi-30MKI को फरवरी में हुए ‘ऑपरेशन स्विफ्ट रिटॉर्ट’ में हिस्सा लिया था।

अभिनंदन और MiG- Bison भी शामिल

इसके अलावा वीर चक्र से सम्मानित होने वाले विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान ने भी अपने MiG- Bison विमान के साथ परेड में हिंदुस्तानी वायु सेना की ताकत और घातकता का प्रदर्शन किया। MiG- Bison वही विमान है, जिसमें बैठकर उन्होंने फरवरी में पाकिस्तान के अत्याधुनिक F-16 विमान को हवा में दौड़ा कर मार गिराया था। उसके बाद उनका विमान भी पाकिस्तानी हमले की चपेट में आकर पाकिस्तानी सीमा में क्रैश हो गया, और उन्हें 60 घंटों तक पाकिस्तानी कैद में रहना पड़ा।

समारोह के पहले हिन्दुस्तान के तीनों सैन्य प्रमुखों- थलसेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत, वायु सेना के मुखिया एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया, और नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर एयर चीफ मार्शल भदौरिया ने कहा कि बालाकोट का असली रणनीतिक महत्व राजनीतिक नेतृत्व का जिहादियों को सज़ा देने की इच्छाशक्ति के प्रदर्शन का है। “सरकार के आतंकवादी हमलों ने निपटने के तरीके में भारी बदलाव है।”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया