विदेश मंत्री सुषमा स्वराज अबू धाबी में हो रही ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक को-ऑपरेशन (OIC) के विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने गई हैं। इस दौरान सुषमा स्वराज ने कहा कि ओआईसी के संबंध में 2019 भारत के लिए महत्वपूर्ण साल रहा है। इस वर्ष भारत महात्मा गाँधी की 150वीं जयंती मना रहा है।
ओआईसी की बैठक में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि आज आतंकवाद की चुनौतियाँ बढ़ गई हैं। आतंकी गतिविधियाँ अलग-अलग तरीके से चलाई जा रही हैं। जिन देशों में आतंकी कैम्प चलाए जा रहे हैं, उन्हें अपने यहाँ आतंकवादियों आश्रय देना बंद करना होगा। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई किसी धर्म के खिलाफ लड़ाई नहीं है।
https://twitter.com/ANI/status/1101384521524510720?ref_src=twsrc%5EtfwOIC की बैठक में सुषमा स्वराज द्वारा कही गई मुख्य बातें
- OIC अपनी गोल्डन जुबली मना रहा है। OIC में पहली बार भारत को मुख्य अतिथि बनने का सम्मान मिला है।
- भारत विविधताओं का देश है, OIC साझा आस्थाओं वाला संगठन है।
- हम ब्रुनेई से लेकर अफगानिस्तान तक मजबूत रिश्ते रखते हैं। हम कई मध्य एशियाई देशों से करीबी ताल्लुक रखते हैं।
- खाड़ी देश हमारे लिए व्यापार का बड़ा केंद्र हैं।
- भारतीय अर्थव्यवस्था विश्व की अर्थव्यवस्था का हिस्सा बन रही है।
- आतंकवाद जीवन को नष्ट कर रहा है, क्षेत्रों को अस्थिर कर रहा है और दुनिया को बड़े संकट में डाल रहा है। आतंक की पहुँच बढ़ रही है। इसे रोकना बेहद जरूरी है।
- आतंकवाद ने कई ज़िंदगियाँ तबाह की हैं। आतंक के खिलाफ हमारी लड़ाई किसी धर्म के खिलाफ नहीं है।
बता दें कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज दो दिवसीय ओआईसी की बैठक के उद्घाटन समारोह में हिस्सा ले रही हैं। भारत को 57 इस्लामिक देशों के समूह ने पहली बार अपनी बैठक में आमंत्रित किया गया है। पाकिस्तान के विरोध को दरकिनार करते हुए OIC की बैठक में उन्हें विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है।
https://twitter.com/ANI/status/1101388597167415297?ref_src=twsrc%5Etfwपुलवामा हमले के बाद भारत द्वारा दंडस्वरूप की गई एयर स्ट्राइक की पृष्ठभूमि में भारत और ओआईसी के बीच यह नया संबंध स्थापित हो रहा है।
OIC की बैठक में भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के शामिल होने की वजह से पाकिस्तान ने बैठक में भाग लेने से इनकार कर दिया। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी का कहना है, “मैं विदेश मंत्रियों की काउंसिल बैठक में शिरकत नहीं करूँगा। यह उसूलों की बात है, क्योंकि (भारत की विदेशमंत्री) सुषमा स्वराज को ‘गेस्ट ऑफ ऑनर’ के रूप में न्योता दिया गया है।” इससे पहले पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर हमले के बाद पाकिस्तान ने प्रयास किया था कि ओआईसी के लिए स्वराज का आमंत्रण रद्द हो जाए पर OIC ने संस्थापक सदस्य पाकिस्तान को कोई तवज्जो नहीं दिया।