Adidas ने ब्रा के विज्ञापन में 24 महिलाओं के नंगे स्तन दिखाए, बोला – ‘ये न्यूडिटी नहीं’: UK में किया गया बैन

एडिडास ने महिलाओं के नंगे स्तन दिखाने को नहीं माना न्यूडिटी (प्रतीकात्मक चित्र)

जर्मनी की स्पोर्ट्स के सामान बनाने वाले कंपनी एडिडास (Adidas) अपने प्रचार के तरीकों को लेकर विवादों में घिर गई है। एडिडास ने स्पोर्ट्स ब्रा का विज्ञापन लॉन्च किया है, जिसमें कंपनी ने इसके प्रचार के लिए महिलाओं के नंगे स्तनों की तस्वीरों का इस्तेमाल किया है। इस पर विवाद बढ़ने के बाद कंपनी के इस प्रचार को यूके में बैन कर दिया गया है।

इसी साल फरवरी में पोस्ट किए गए एक ट्विटर थ्रेड में अलग-अलग रंगों वाली त्वचा, उनकी साइज और आकार के साथ 24 महिलाओं के स्तनों को दिखाया गया था। एडिडास ने विज्ञापन में कहा था, “हमारा मानना ​​है कि सभी साइज और आकार की महिलाओं के स्तनों को सपोर्ट और आराम की आवश्यकता है। इसीलिए हमारी नई स्पोर्ट्स ब्रा रेंज 43 तरीके में है, ताकि हर कोई अपने लिए सही फिट ढूँढ सके।”

फोटो साभार: डेली मेल

इसके साथ ही दो अन्य पोस्टरों में महिलाओं के स्तनों की इमेज को क्रॉप कर दिखाया गया है। इसके पीछे कंपनी तरफ से तर्क दिया गया है कि इसी कारण उसने केवल एक नई स्पोर्ट्स ब्रा नहीं बनाई।

एडवर्टाइजिंग स्टैंडर्ड अथॉरिटी का फैसला

यूके की एडवर्टाइजिंग स्टैंडर्ड अथॉरिटी (ASA) ने कहा है कि इसे इस मामले में 24 शिकायतें मिलीं हैं, जिनमें ये कहा गया है कि इन विज्ञापनों में बेवजह महिलाओं की नग्नता को दिखाया गया है, ये उनका यौन शोषण है। ऐसा करके उनका अपमान किया गया है। हालाँकि, एएसए का कहना है कि वो ये नहीं मानता कि जिस तरह से महिलाओं को दिखाया गया है, वो यौन शोषण या अपमानजनक है। हालाँकि, इसे स्पष्ट रूप से न्यूडिटी को बढ़ावा देने के रूप में देखा जा सकता है।

अथॉरिटी ने दो पोस्टरों का जिक्र करते हुए कहा, “हम ये मानते हैं कि ये इमेज टार्गेट की गई मीडिया के लिए सही नहीं है। क्योंकि इसे बच्चे भी देख सकते थे। हमने निष्कर्ष निकाला कि (पोस्टर) अनुपयुक्त रूप से टार्गेटेड थे औऱ इससे अपराध होने की आशंका थी।” एएसए ने एडिडास के इन विज्ञापनों को नियमों के खिलाफ बताया है। हमने एडिडास यूके को कहा है कि अब ये विज्ञापन दोबारा से शिकायत वाले रूप में नहीं दिखना चाहिए।”

एडिडास यौन हिंसा मानने से कर रहा इनकार

हालाँकि, एडिडास ने इसे किसी भी तरह से न्यूडिटी अथवा महिलाओं का अपमान मानने से इनकार कर दिया है। उसने एक बयान में कहा कि स्तनों की यै गैलरी ये क्रिएटिव करने और ये दिखाई के लिए लगाई गई कि अलग-अलग साइज और आकार के स्तन कितने विवध हैं। कंपनी ने ये भी कहा कि इसमें जिन किसी भी मॉडल्स को शामिल किया गया है, उनकी पहचान और उनकी सुरक्षा के मद्देनजर इमेज को क्रॉप किया गया है। एडिडास का दावा है कि सभी मॉडल्स अपनी स्वेच्छा से इस विज्ञापन में शामिल हुई थीं औऱ वो इसके उद्देश्य का समर्थन करती हैं।

इसे सेक्सुअल या अश्लील मानने से इनकार करते हुए एडिडास ने कहा कि वो केवल एक महिला के शरीर के हिस्से के रूप में स्तनों को दिखाना चाहता था। वहीं ट्विटर ने भी महिलाओं के स्तनों को दिखाने वाले विज्ञापन को शर्तों का उल्लंघन नहीं माना है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया