6300 फीट ऊँचाई पर टूटा प्लेन का दरवाजा, सीट उड़ी हवा में, बच्चों की शर्ट फटी: 174 यात्रियों ने पास से देखी मौत

अलास्का एयरलाइंस के प्लेन के दरवाजे बीच हवा में उड़े (फोटो साभार: nytimes.com)

अलास्का एयरलाइंस के हवा में उड़ते एक प्लेन के दरवाजे टूटने का वीडियो खासा वायरल हो रहा है। इस वजह से इस प्लेन की शुक्रवार (5 जनवरी,2024) को संयुक्त राज्य अमेरिका के पोर्टलैंड, ओरेगॉन में इमरजेंसी लैंडिग करानी पड़ी। इसमें 174 यात्रियों और चालक दल के छह सदस्य सवार थे।

हालाँकि ये पता नहीं चल पाया है कि इस प्लेन का एग्जिट डोर कैसे टूटा और इसका एक हिस्सा हवा में कैसे उड़ गया। यह भी जानकारी नहीं मिल पाई है कि इस दौरान कोई घायल हुआ या नहीं। सोशल मीडिया पर शेयर किए जा रहे इस वाकये में प्लेन के पीछे के बीच के केबिन एग्जिट डोर की दीवार गायब दिखाई दे रही है।

अमूमन एरोप्लेन में ये दरवाज़ा किसी भी इमरजेंसी हालात में प्लेन से बाहर निकलने के मकसद से बनाया जाता है। लेकिन अलास्का एयरलाइंस के प्लेन में इसे एक्टिव मोड में नहीं रखा गया था और इसे स्थाई तौर से फिक्स कर दिया गया था।

शुक्रवार की रात अलास्का एयरलाइंस की फ्लाइट संख्या 1282 पोर्टलैंड इंटरनेशनल एयरपोर्ट से पोर्टलैंड से कैलिफ़ोर्निया के ओन्टारियो के लिए रवाना हुई थी। उड़ान भरने के कुछ वक्त बाद ही इस बोइंग 737-900/-9MAX प्लेन की खिड़की का एक बड़ा हिस्सा और खाली सीट बीच हवा में बाहर आ गया। इस वजह से प्लेन में सवार एक बच्चे की शर्ट फट गई।

जब प्लेन का डोर टूटा तो प्लेन 6,300 फीट की अधिकतम ऊंचाई तक पहुँच गया था। इस घटना के बाद इसे वापस पोर्टलैंड इंटरनेशनल एयरपोर्ट सुरक्षित तरीके से इमरजेंसी लैंडिंग करवाया गया। वहाँ के फेडरेल उड्डयन प्रशासन ने एक अलग बयान में कहा कि प्लेन चालक दल ने लैंडिंग से पहले प्लेन में मिड एयर प्रेशर की परेशानी की सूचना दी थी।

हालाँकि ये साफ नहीं हो पाया कि इसकी वजह से प्लेन में सवार कोई यात्री घायल हुआ हो। प्लेन के यात्रियों ने इस घटना को बुरा सपना बताया। न्यूयॉर्क टाइम्स ने इस प्लेन में सवार पोर्टलैंड की एक 22 साल की यात्री वी गुयेन के हवाले से लिखा कि वह उड़ान के दौरान तेज आवाज सुनकर जाग गई। तभी उन्होंने प्लेन के साइड में एक बड़ा छेद देखा।

वी गुयेन ने आगे कहा, “मैंने अपनी आँखें खोलते ही सबसे पहली चीज जो देखी वो मेरे ठीक सामने ऑक्सीजन मास्क था। मैंने अपने बाईं ओर देखा तो प्लेन के किनारे की दीवार गायब हो गई थी। पहली चीज़ जो मैंने सोची वह थी, मैं मरने जा रही हूँ।” उनकी दोस्त 20 साल की एलिजाबेथ का भी कुछ ऐसा ही अनुभव रहा।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया