अफगानिस्तान के मजार-ए-शरीफ में बम ब्लास्ट, तालिबानी गवर्नर समेत 3 की मौत: प्रवक्ता मुजाहिद ने कहा- इस्लाम के दुश्मनों ने किया विस्फोट, ISIS पर आशंका

तालिबानी गवर्नर दाऊद मुजम्मिल की मौत (साभार: सोशल मीडिया)

हिंसाग्रस्त इस्लामी मुल्क अफगानिस्तान में गुरुवार (9 मार्च 2023) को भीषण विस्फोट हुआ है, जिसमें तालिबानी गवर्नर सहित 3 लोगों की मौत हो गई है। तालिबान शासन ने इसकी पुष्टि की है। जिस वक्त यह हमला हुआ, उस वक्त अफगान गवर्नर दाऊद मुजम्मिल वहाँ मौजूद थे। इस घटना की जिम्मेदारी अभी तक किसी संगठन ने नहीं ली है।

यह बम विस्फोट अफगानिस्तान के मजार-ए-शरीफ में हुआ है। तालिबान सरकार में स्थानीय पुलिस प्रमुख के प्रवक्ता मोहम्मद आसिफ वजीरी ने बताया कि बल्ख प्रांत की राजधानी मजार-ए शरीफ में गवर्नर के कार्यालय के अंदर विस्फोट हुआ है। इसमें तालिबान द्वारा नियुक्त प्रांतीय गवर्नर सहित तीन लोग मारे गए।

आसिफ वजीरी ने बताया, “आज सुबह एक विस्फोट में बल्ख के गवर्नर मोहम्मद दाऊद मुजम्मिल और दो लोगों की मौत हो गई है।” वजीरी ने कहा कि विस्फोट की प्रकृति अभी तक स्पष्ट नहीं है। अधिकारियों ने कहा है कि मरने वाले लोगों की संख्या में इजाफा हो सकता है और घायलों की संख्या भी बढ़ सकती है।

एक दिन पहले सिंचाई परियोजना की समीक्षा के लिए बल्ख का दौरा करने वाले दो उप-प्रधानमंत्रियों और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से दाऊद ने मुलाकात की थी। शीर्ष सरकारी अधिकारियों से मुलाकात की थी। वह तालिबान के टॉप रैंकिंग वाले अधिकारियों में शामिल थे। सरकार के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने ट्वीट किया, “इस्लाम के दुश्मनों द्वारा किए गए एक विस्फोट में वह शहीद हो गए।”

मुज़म्मिल को शुरू में नांगरहार के पूर्वी प्रांत का गवर्नर नियुक्त किया गया था। वहाँ उन्होंने पिछले साल बल्ख में स्थानांतरित होने से पहले ISKP आतंकियों के खिलाफ लड़ाई का नेतृत्व किया था। इसके बाद से ही वह ISKP के निशाने पर थे।

इस हमले की जिम्मेदारी अभी तक किसी संगठन ने नहीं ली है, लेकिन माना जा रहा है कि आतंकी समूह इस्लामिक स्टेट (ISIS) का अंग ISKP ने इस घटना को अंंजाम दिया है। अफगानिस्तान में तालिबान का एक प्रमुख प्रतिद्वंद्वी ISIS है। अगस्त 2021 को मुल्क पर कब्जा करने के बाद से तालिबान और ISKP के बीच हिंसक घटनाएँ बढ़ गई हैं।

बता दें कि हाल ही में तालिबान ने इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत (ISKP) के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की थी। तालिबान ने ISKP के युद्ध मंत्री और सेना प्रमुख कारी फतेह को मार गिराया था। कारी फतेह को UNSC मॉनिटरिंग टीम ने मई 2022 में ISKP के सैन्य प्रमुख के तौर पर सूचीबद्ध किया था।

कारी फतेह ISKP का प्रमुख रणनीतिकार था। वह अफगानिस्तान सहित विभिन्न जगहों पर हमलों की योजना बनाता था। कहा जाता है कि चीन, रूस और पाकिस्तान के दूतावासों पर हमले के पीछे भी कारी फतेह का ही दिमाग था। बता दें कि दोनों ही संगठन सुन्नी के कट्टरपंथी विचारधारा को मानते हैं। हालाँकि, सत्ता को लेकर दोनों के बीच अलगाव हो गया है।

गौरतलब है कि पिछले साल मजार-ए-शरीफ के प्रांतीय शहर सहित बल्ख में कई हमले हुए थे। इनमें से कुछ हमलों की जिम्मेवारी ISKP ने ली थी। इसी साल जनवरी में एक आत्मघाती हमले में कम-से-कम 10 लोगों की मौत हो गई थी। यह हमला काबुल में विदेश मंत्रालय के पास हुआ था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया