ब्रिटेन की PM लिज ट्रस ने सिर्फ 44 दिन में दिया पद से इस्तीफा, आर्थिक नीतियों के कारण झेल रही थीं आलोचना: देश के इतिहास में सबसे कम समय वाली प्रधानमंत्री बनीं

ब्रिटेन की PM लिज ट्रस ने इस्तीफा दिया (फोटो साभार: skynews)

ब्रिटेन की प्रधानमंत्री लिज ट्रस (Britain PM Liz Truss) ने देश में जारी राजनीतिक संकट के बीच 44 दिन बाद ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। विवादित मिनी बजट पेश के कारण उनकी काफी आलोचना हो रही थी। इसके बाद उन्होंने लोगों से माफी माँग ली थी, लेकिन उनकी कंजर्वेटिव पार्टी के अधिकांश सदस्य उनके इस्तीफे की माँग कर रहे थे।

इस्तीफा देने के बाद लिज ने कहा कि वो अपने वादे पूरा करने में नाकाम रहीं, जिसकी वजह से वो इस्तीफा दे रही हैं। उनका कहना है कि जब वह प्रधानमंत्री बनी थीं, तब देश में आर्थिक स्थिरता नहीं थी। उन्होंने कहा, “मैंने टैक्स कम करने का सपना देखा था और मजबूत अर्थव्यवस्था की नींव डालने की कोशिश की, लेकिन मैं नाकाम रही।”

लिज ने आगे कहा, “आज सुबह मैं 1922 समिति के अध्यक्ष सर ग्राहम ब्रैडी से मिली। हम इस बात पर सहमत हुए हैं कि नेतृत्व का चुनाव अगले सप्ताह तक पूरा किया जाएगा। यह सुनिश्चित करेगा कि हम अपनी वित्तीय योजनाओं को पूरा करने और अपने देश की आर्थिक स्थिरता एवं राष्ट्रीय सुरक्षा को बनाए रखने के रास्ते पर बने रहें।”

पद से इस्तीफा देने के बाद लिज ट्रस ब्रिटिश इतिहास में सबसे कम समय तक रहने वाली प्रधानमंत्री बन गई हैं। लिज सिर्फ 44 दिनों तक प्रधानमंत्री पद पर रहीं। इससे पहले सबसे कम समय तक ब्रिटेन का प्रधानमंत्री रहने का रिकॉर्ड जॉर्ज कैनिंग के नाम था। जॉर्ज कैनिंग 119 दिनों तक इस पद पर थे। लिज ब्रिटेन की तीसरी महिला प्रधानमंत्री थीं।

दरअसल, प्रधानमंत्री रहने के दौरान लिज ट्रस ने संसद में मिनी बजट पेश किया था। इस बजट में उन्होंने टैक्स कटौती और महंगाई नियंत्रित करने के लिए फैसले लिए थे। इससे ब्रिटेन के शेयर बाजार में हलचल मच गई। मॉर्गेज रेट में तेजी से इजाफा हुआ और मुद्रा कमजोर होने लगी।

हालात को देखते हुए ब्रिटेन के केंद्रीय बैंक ‘बैंक ऑफ इंग्लैंड’ को ऋण बाजार में हस्तक्षेप करना पड़ा। बाजार की स्थिति को देखते हुए कहा गया कि लिज की सरकार ने विशेषज्ञों की राय की अनदेखी की। मिनी बजट की घोषणा से ठीक पहले वित्त मंत्री क्वासी क्वार्टेंग ने अपने विभाग के अहम अधिकारियों को हटा दिया।

अर्थव्यवस्था के पटरी से उतरते ही लिज ट्रस की हर तरफ, यहाँ तक कि अपनी ही पार्टी में आलोचना होने लगी। इसके बाद क्वासी क्वार्टेंग को बर्खास्त कर दिया गया और उनकी जगह जेरमी हंट वित्त मंत्री बने। जेरमी ने आलोचना से बचने के लिए क्वार्टेंग के सारे फैसलों को पलट दिया। लिज ने माफी माँगी। इसके बाद भी उन पर इस्तीफा का दबाव बना रहा।

हालाँकि, लिज ट्रस की टैक्स कटौती नीतियों को लेकर पार्टी में उनके प्रतिद्वंद्वी ऋषि सुनक ने आगाह किया था, लेकिन सरकार के टैक्स कटौती के फैसले के दौरान वे चुप्पी साधे रहे। अब माना जा रहा है कि देश की बागडोर ऋषि सुनक के हाथ आ सकती है। बता दें कि अगला प्रधानमंत्री चुने जाने तक लिज अपने पद पर बनी रहेंगी।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया