जनमत संग्रह के बाद कनाडा के गुरुद्वारे में भारतीय राजनयिकों की हत्या के लिए पोस्टर, बोला आतंकी पन्नू – हमारे PM ट्रुडो के साथ जो हुआ उसका बदला लेंगे

कनाडा के गुरुद्वारे में खालिस्तानियों का 'रेफरेंडम', भारतीय राजनयिकों की हत्या के लिए उकसाने वाले पोस्टर

जहाँ एक तरफ कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो G20 समिट के बाद फ्लाइट में खराबी के कारण 2 दिन तक भारत में ही अटके रहे, वहीं उनके देश में खालिस्तानी गतिविधियाँ अब भी थमने का नाम नहीं ले रही हैं। द्विपक्षीय वार्ता में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें कनाडा में भारत विरोधी गतिविधियाँ रोकने के अलावा मंदिरों और दूतावासों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कड़ा संदेश दिया, लेकिन इसके बावजूद कनाडा सुधरने का नाम नहीं ले रहा है। वहाँ भारत विरोधी गतिविधियाँ चालू ही हैं।

कनाडा में स्थित एक गुरुद्वारा ने भारतीय राजनयिकों की तस्वीरें लगा कर उनकी हत्या के लिए उकसाया है। साथ ही इसमें 2 खालिस्तानी आतंकियों की तस्वीरें भी लगी हैं। इनमें से एक तस्वीर 1985 में ‘एयर इंडिया’ की फ्लाइट में बम डाल कर 329 लोगों की जान लेने वाले आतंकी तलविंदर सिंह परमार की तस्वीर लगी है, जो ‘बब्बर खालसा’ का संस्थापक था। एक तस्वीर 2023 में संदिग्ध रूप से मार डाले गए खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की है।

खालिस्तानियों ने हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप भारतीय ख़ुफ़िया एजेंसियों पर मढ़ा है। गुरुद्वारा के बाहर लगे इस पोस्टर में ‘खालिस्तान रेफरेंडम’ की बात की गई है। साथ ही एक महिला अधिकारी समेत 3 भारतीय राजनयिकों की तस्वीरें डाल कर लिखा है ‘Assassination Wanted’, अर्थात हत्या के लिए उकसाया गया है। वहीं दूसरी तरफ कनाडा के सरे में वहाँ की सरकार ने एक अन्य भारत विरोधी कार्यक्रम की अनुमति दे दी है।

सरे में खालिस्तानियों को ‘रेफरेंडम’ के लिए कार्यक्रम की इजाजत दे दी गई है। वहाँ स्थित ‘गुरु नानक सिंह गुरुद्वारा’ में ये कार्यक्रम हुआ। ये घटना रविवार (10 सितंबर, 2023) की है। इसमें 5000 से अधिक लोग मौजूद थे। इससे पहले कनाडा के एक सरकारी स्कूल में ऐसे ही रेफरेंडम के आयोजन का ऐलान किया गया था, जहाँ 50,000 से अधिक सिखों को जुटाने का लक्ष्य रखा गया था। वहीं अपने सिक्योरिटी गार्ड्स के साथ आतंकी संगठन SFJ (सिख फॉर जस्टिस) का मुखिया गुरपतवंत सिंह पन्नू भी आया था।

उसने भारत को खंडित करने के लिए लोगों को भड़काया। इस पर सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या कनाडा अब एक आतंकी को सुरक्षा प्रदान कर रहा है? पन्नू ने एक ऑडियो भी जारी किया है। उसने भारत सरकार को धमकाया है कि ओटावा में भारतीय दूतावास को बंद किया जाए और साथ ही वहाँ भारत के हाई कमिश्नर संजय कुमार वर्मा को वापस बुलाने के लिए कहा है। उसने कहा है कि भारत में जस्टिन ट्रुडो के साथ जो ‘व्यवहार हुआ’, उसके बदले में वो दूतावास पर हमला करेगा।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया