औरों को नसीहत, खुद मियाँ फजीहत: कनाडा के PM ‘लिबरल ट्रूडो’ ने लगाई इमरजेंसी, प्रदर्शनकारियों पर ‘आतंकी’ एक्ट के तहत लेंगे एक्शन

कनाडा में ट्रूडो सरकार ने लगाया आपातकाल

कनाडा में कोरोना वैक्सीनेशन अभियान को अनिवार्य बनाने के बाद शुरू हुए ट्रक चालकों के प्रदर्शन ने वहाँ प्रशासन को इतना डरा दिया कि वहाँ के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने देश में सोमवार (फरवरी 14, 2022) शाम से इमरजेसीं लागू कर दी। अब आपातकाल लागू होने के बाद कनाडा सरकार के पास शक्तियाँ हैं कि जो भी कोई ट्रक वाला रास्ता ब्लॉक करेगा  उसके विरुद्ध वे न ही केवल जुर्माना लगाएँगे बल्कि उन्हें जेल भी भेज देंगे। 

भारत में किसान आंदोलन के समय उसे अपना समर्थन देने वाले और भारत को लोकतंत्र का ज्ञान देने वाले ट्रूडो ने अपने देश में चल रहे प्रदर्शन को ‘शांतिपूर्ण’ न करार देते हुए प्रदर्शनकारियों को आतंकी दिखाया। उनका कहना है कि इस तरह सड़कों को घेरना, लोगों को प्रताड़ित करना, कानून तोड़ना, शांति पूर्ण प्रदर्शन नहीं है। इससे देश की अर्थव्यवस्था को नुकसान हो रहा है, साथ ही लोग अपनी जरूरत के सामान भी नहीं खरीद पा रहे, उनकी सुरक्षा में भारी खतरा है। 

उन्होंने बताया कि आपातकाल उन्होंने केंद्रीय और राज्य सरकारों से बात करके लागू किया है। इससे पुलिस को अतिरिक्त शक्तियाँ मिलेंगी कि व ताकि वो अवैध गतिविधियाँ जैसे प्रदर्शन और रोड ब्लॉक करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई कर सकेंगे। इसी प्रकार वित्तीय संस्थानों को अधिकार होंगे कि वो प्रदर्शनकारियों को आर्थिक समर्थन देना बंद कर दे और बिन कोर्ट के ऑर्डर के उसे फ्रीज कर सकें।

समर्थन देने वालों के अकॉउंट होंगे फ्रीज

ट्रूडो सरकार ने प्रदर्शनकारियों से निपटने के लिए फैसला लिया है कि वो क्राउड फंडिंग प्लेटफॉर्म्स और क्रिप्टो करेंसी को भी टेररिस्ट फाइनेंसिंग एक्ट में रखने जा रहे हैं। देश के उप प्रधानमंत्री क्रिस्टियाँ फ्रीलैंड ने इस प्रदर्शन को अर्थव्यवस्था के लिए गंभीर खतरा बताया।

उन्होंने जानकारी दी कि सरकार क्राउडफंडिंग प्लेटफॉर्म और पेमेंट सर्विस के लिए एंटी मनी लॉन्ड्रिंग और टेररिस्ट फाइनेंसिंग रूल्स लेकर आई है। इसमें हर प्रकार की ट्रांजैक्शन, डिजिटल एसेट आएँगे। उप प्रधानमंत्री ने बताया कि ये फैसला ऐसी अवैध चीजों (रोड ब्लॉक करते हुए प्रदर्शन) को फाइनेंस करने से रोकने के लिए किया गया है। नोटिस भेजे जा रहे हैं। अगर किसी का ट्रक इस प्रदर्शन में शामिल हुआ तो कॉरपोरेट अकॉउंट फ्रीज किया जाएगा।

बता दें कि सोशल मीडिया पर कनाडा सरकार के इस कदम की खुल कर आलोचना हो रही है। लोग प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की लिबरल छवि को लेकर उनपर तंज कस रहे हैं और इस फैसले को फासीवादी बता रहे हैं। एक विदेशी पत्रकार ग्लेन बेक ने पूछा है कि क्या कनाडा में और अमेरिका में डेमोक्रेट्स ने अपना दिमाग खराब हो गया है? 2 साल से एलीट लोगों ने छोटे आदमी के बारे में कोई बात नहीं की है। अब इन्हें याद आ रहा है लोकल बिजनेस के बारे में, ट्रकर्स को आतंकी कह रहे हैं। ट्रंप 2020 एडवाइजरी बोर्ड में रहीं नैन ने कनाडा के इस रवैये को फासीवादी बताया है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया