नेपाल में मुस्लिम भीड़ ने लगाए ‘सर तन से जुदा’ के नारे, छतों से हिन्दुओं पर फेंके पत्थर: फेसबुक पोस्ट पर बवाल, हिंसा के बाद लगा कर्फ्यू

नेपालगंज के मुस्लिम सांसद शराफत खान का उपद्रव में नाम (दाएँ) (चित्र साभार: Treeni@x)

नेपाल के तराई में बसे बाँके जिला के नेपालगंज शहर में मुस्लिम भीड़ ने एक फेसबुक पोस्ट को लेकर न सिर्फ ‘सर तन से जुदा’ और ‘लब्बैक-लब्बैक’ के नारे लगाए, जुलुस निकाले बल्कि हिन्दुओं की रैली पर पथराव कर हिंसा की है। इस्लामी भीड़ ने हिन्दुओं की एक शांतिपूर्ण यात्रा पर अपने घरों की छतों से पथराव किया है। जिसके बाद नेपालगंज में कर्फ्यू लागू है।

रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत-नेपाल की सीमा पर बसे नेपालगंज शहर में 1 अक्टूबर, 2023 को मुस्लिम भीड़ ने एक रैली निकाली जिसमें हजारों की तादाद में शामिल लोगों ने ‘गुस्ताख-ए-नबी की एक ही सजा – सर तन से जुदा’, ‘नारा-ए-तकबीर’ और लब्बैक के नारे लगाए गए। इस भीड़ का कहना था कि वह इसलिए प्रदर्शन कर रहे हैं क्योंकि किसी ने फेसबुक पोस्ट में उनके नबी को कथित तौर पर अपमानित किया है।

यह भी कहा गया है कि इस रैली में शामिल मजहबी भीड़ ने हिन्दुओं को धमकाया और उनके साथ हिंसा भी की। इस रैली के कई वीडियो नेपाल के मुस्लिम समुदाय के सोशल मीडिया पेज पर साझा किए गए हैं जिसमें भीड़ नारे लगाती और आगजनी करती दिखती है।

एक्स (पहले ट्विटर) पर एक यूजर @Treeni ने एक थ्रेड में बताया है कि नेपालगंज में यह हिंसा करवाने वाला एक स्थानीय पार्षद शराफत खान है।

वहीं मजहबी भीड़ की हिंसा के विरोध में नेपालगंज के स्थानीय हिन्दुओं ने भी शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन का आयोजन करने की अर्जी स्थानीय प्रशासन को दी थी। यह विरोध प्रदर्शन स्थानीय हिन्दू समूह ‘ओमकार परिवार’ द्वारा किया जाना था।

इसको लेकर प्रशासन ने नेपालगंज में सुरक्षा बढ़ा दी थी। ओमकार परिवार द्वारा आयोजित यह विरोध रैली बागेश्वरी मंदिर से शुरु होकर बीपी चौक पहुँचा था। इस चौक से आगे बढ़ने पर रैली के ऊपर मुस्लिमों ने अपने घरों की छतों से पत्थरबाजी शुरू कर दी।

हिन्दुओं पर किए गए इस एकाएक हमले से भय की स्थिति उत्पन्न हो गई और उन्होंने भी अपनी जान बचाने का लिए जवाब में पत्थरबाजी की। इसके पश्चात प्रशासन ने एहतियातन तौर पर कर्फ्यू लगा दिया और हिंसक तत्वों पर कार्रवाई की है।

गौरतलब है कि नेपालगंज कस्बा भारत की सीमा पर बसा हुआ है और भारत-नेपाल व्यापार में महत्वपूर्ण बिंदु है। नेपालगंज कस्बे की सीमा बहराइच के रुपैडिहा कस्बे से लगती है। दोनों देशों के लोगों में आपस रोटी-बेटी के संबंध हैं। यह रिपोर्ट भी सामने आई थी कि तराई जिलों में दोनों तरफ मुस्लिम आबादी बढ़ रही है।

नेपाल की जनसंख्या के सबसे नए आँकड़ों के अनुसार, नेपालगंज में लगभग 1.64 लाख लोग रहते हैं। इसमें से 47,244 (28.7%) जनसंख्या मुस्लिम है। अभी तक की जानकारी के अनुसार, शराफत खान को गिरफ्तार नहीं किया गया है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया