नगर कीर्तन पर खालिस्तानी छाया, PM मोदी की हत्या वाली झाँकी निकाली: भारत ने कनाडा को रगड़ा, कहा- कट्टरपंथियों का पनाहगाह न बने

कनाडा में खालिस्तान समर्थक रैली (फोटो साभार: organiser)

कनाडा के टोरंटो में खालिस्तान समर्थकों ने रविवार (5 मई 2024) को नगर कीर्तन के दौरान झाँकी निकाली। इस झाँकी में पीएम मोदी को जंजीरों से कैद दिखाया गया। ठीक उसी तरह से, जैसा पिछले साल पूर्व पीएम इंदिरा गाँधी की हत्या को दिखाने वाली झाँकी निकाली गई थी। खालिस्तानी तत्वों के नगर कीर्तन के दौरान इस झाँकी पर भारत सरकार ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। भारत सरकार ने खालिस्तान समर्थक परेड में ‘हिंसा का जश्न’ मनाने के लिए कनाडा की आलोचना की है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कनाडा के टोरंटो में स्थित माल्टन काउंटी में खालिस्तान के समर्थकों ने एक नगर कीर्तन परेड निकाला था, लेकिन इस परेड में पीएम मोदी को बंधक बनाने जैसी झाँकी निकाली गई और भारत विरोधी नारेबाजी की गई थी। इस दौरान खालिस्तान के समर्थन में भी जमकर नारेबाजी हुई। इस मामले का भारत सरकार ने संज्ञान लिया है।

भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि जैसा कि आप जानते हैं, हमने कनाडा में हमारे राजनीतिक नेतृत्व के खिलाफ चरमपंथी तत्वों द्वारा इस्तेमाल की जा रही हिंसक छवि के बारे में बार-बार अपनी चिंताएँ उठाई हैं। पिछले साल हत्या का चित्रण करने वाली एक झाँकी हमारे पूर्व प्रधानमंत्री को एक जुलूस में दिखाया गया था। पूरे कनाडा में भारतीय राजनयिकों के खिलाफ हिंसा की धमकी वाले पोस्टर भी लगाए गए।

कनाडा को चेताते हुए जायसवाल ने कहा कि हम कनाडा में अपने राजनयिक प्रतिनिधियों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं और उम्मीद करते हैं कि कनाडा सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि वे बिना किसी डर के अपनी जिम्मेदारियों को निभाने में सक्षम हों। उन्होंने आगे कहा कि हम कनाडा सरकार से फिर से अपील करते हैं कि वह कनाडा में आपराधिक और अलगाववादी तत्वों को सुरक्षित पनाहगाह और राजनीतिक स्थान देना बंद करे।

नगर कीर्तन परेड का आयोजन ओंटारियो गुरुद्वारा कमेटी द्वारा किया गया था, जहाँ झाँकियों और भाषणों ने आक्रामक रूप से भारतीय राजनीतिक हस्तियों को निशाना बनाया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सलाखों के पीछे दिखाया गया था। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों द्वारा घोषित आतंकवादी परमजीत मंड और अवतार सिंह पन्नू जैसे लोगों ने 6 किलोमीटर लंबी परेड में भड़काऊ भाषण दिए।

गौरतलब है कि पिछले साल सितंबर में खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों की संभावित संलिप्तता बताते हुए कनाडाई प्रधानमंत्री ट्रूडो ने आरोप लगाए थे। आरोपों के बाद से नई दिल्ली और कनाडा की राजधानी ओटावा के बीच संबंध तनावपूर्ण हो गए हैं। हालाँकि, नई दिल्ली ने ट्रूडो के आरोपों को “बेतुका” बताते हुए खारिज कर दिया था। इस मामले में कुछ दिन पहले ही तीन भारतीय सिखों को कनाडा में गिरफ्तार किया गया था। भारत सरकार ने आरोप लगाया है कि कनाडा ऑर्गनाइज क्राइम में शामिल लोगों को वीजा देकर शरण देता है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया