‘इस्लामी मूल्यों के खिलाफ मत जाओ, वरना लेंगे एक्शन’: अरब मुल्कों ने Netflix को धमकाया, समलैंगिक किरदारों पर भी जताई आपत्ति

नेटफ्लिक्स को अरब के इस्लामी देशों से मिली चेतावनी (फाइल फोटो)

भारत में जब हिंदू देवी-देवताओं को लेकर अपमानजनक फिल्में और वेब-सीरीज बनाई जाती हैं, तब कथित बुद्धिजीवी और लिबरल गिरोह उसके समर्थन में आ जाता है। वहीं दूसरी तरफ मुस्लिम देशों में ‘इस्लामी मूल्यों’ के खिलाफ दृश्य दिखाने पर OTT कंपनी नेटफ्लिक्स को चेतावनी मिली है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ,ओटीटी के सबसे बड़े प्लेटफॉर्म्स में से एक नेटफ्लिक्स (Netflix) को इस्लामी देशों की ओर से चेतावनी दी है कि वो ऐसे कंटेंट का प्रसारण रोक दे, जो इस्लाम और सामाजिक मूल्यों के विपरीत हो। धमकी दी गई है कि अगर नेटफ्लिक्स ऐसा नहीं करता है तो उसके खिलाफ काउंसिल की ओर से लीगल एक्शन लिया जा सकता है।

नेटफ्लिक्स को ये चेतावनी गल्फ कोऑपरेशन देशों की काउंसिल में शामिल सभी देशों के सदस्यों द्वारा एक जॉइंट स्टेटमेंट के माध्यम से दी गई है। बता दें गल्फ देशों की इस काउंसिल में नामी इस्लामी देश जैसे सऊदी अरब, यूएई, बहरीन, कुवैत, ओमान और कतर भी शामिल हैं। इन सबके इस जॉइंट स्टेटमेंट में कई अन्य बातें भी कही गई हैं।

काउंसिल द्वारा दिए गए इस सामूहिक बयान में कहा गया है कि नेटफ्लिक्स ऐसे कंटेंट का प्रसारण कर रहा है, जो खाड़ी देशों के मीडिया कंटेंट को लेकर नियम-कानूनों का उल्लंघन है। इसके साथ-साथ गल्फ कोऑपरेशन देशों की काउंसिल की ओर से नेटफ्लिक्स को यह भी कहा गया है कि बच्चों के लिए प्रसारित हो रहा कुछ कंटेंट भी हटाया जाए।

वहीं इस मामले में अभी तक नेटफ्लिक्स की ओर से कोई भी आधिकारिक बयान नहीं जारी किया गया है। बता दें वर्ष 2019 में नेटफ्लिक्स के एक सीरीज में सऊदी अरब के शासन की आलोचना कर दी गई थी, जिसके बाद ओटीटी कंपनी को उस एपिसोड की मजबूरन स्ट्रीमिंग भी रोकनी पड़ी थी।

कई इस्लामी मुल्कों ने जून 2022 में ही ‘डिज्नी+हॉटस्टार’ की फिल्म ‘लाइटईयर’ के प्रसारण पर भी बैन लगा दिया था। इस फिल्म में दो समलैंगिक किरदारों के KISS वाले दृश्य पर उन्होंने आपत्ति जताई थी। बताया जा रहा है कि कई इस्लामिक देशों में समलैंगिकता को एक अपराध के तौर पर देखा जाता है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया